द्वार पर आए सूर्य देवता है उनको नमस्कार, छठी मैया के घाट पर लगी है छठव्रती की कतार। छठीवर्ती कर जोड़कर पानी में है खड़ी, सूर्य देवता को अर्घ देने…
Author: Anupama Priyadarshini
रोज निवारण पर्व- जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
छंद :- मनहरण घनाक्षरी ****** चार दिवसीय पर्व, ख़ुशी ख़ुशी बीत गया, आज पावन पर्व का, हो गया पारण है। जाति-धर्म, ऊंच-नीच,भेद भाव छोड़ने का, मन में संकल्प हम, करते…
सरदार किसान- विनय विश्वा
किसान हमारे भगवान जो रिरियाये गाए एक कंठ आवाज लगाए बहरी सत्ता ना सुन पाए। खाए उनकी दाल-रोटी उनके सपनों को करके बोटी-बोटी। एक “सरदार” की आन पड़ी है उस…
माँ की ममता- जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
अपनी ममता की छाँव देकर तुमको गले लगाऊँ मैं। तुम हो मेरे कृष्ण-कन्हैया तुमको पाकर इठलाऊँ मैं।। रौशन तुमसे चाँद सितारे तुम मेरे आँखों के तारे, मेरी आँखों की नींद…
पत्नी- जयकृष्ण पासवान
पत्नी एक एहसास है , पत्नी तो खुदा की इबादत है। पत्नी घर का श्रृंगार है, पत्नी तो दुर्गा और काली का अवतार है ।। पत्नी एक विचार का मिलन…
छठ पर्व की स्वच्छता हर रोज- धीरज कुमार
आते ही छठ पर्व सुंदर लग रहा है आस -पड़ोस। ऐसे ही साफ सफाई रहती हमेशा हर रोज।। स्वच्छता के पैमाने पर भी आगे रहते हम लोग। काश ! छठ…
सृष्टि के सृजनहार- मीरा सिंह “मीरा”
जीव जगत के आधार हे सृष्टि के सृजनहार व्यक्त करें कैसे मनुज आदित्य तेरा आभार हे देवों के देव दिवाकर सबसे बड़े जादूगर आते रहे युगों से नित नई सुबह…
नारी शक्ति -जयकृष्ण पासवान
चंडी की अवतार तू अबला, जग है तेरे रखवाले। रुप धारण की आन पड़ी है, अब तेरे किस्मत उजियारे।। “धधक रहा ज्वाला मन की” इसको तुम प्रतिकार करो। झुको नहीं,रूको…
बालगीत – सुधीर कुमार
नाच रहा मन मोर है । कितनी सुन्दर भोर है ।। तारे सारे लुप्त है । लोग भला क्यों सुप्त हैं ।। सुनते कब वे शोर है । कितनी सुन्दर…
वीर सिपाही बहना का भाई- कंचन प्रभा
इस देश का जो भी वीर सिपाही है। वो इस देश के हर बहना का भाई है। दुश्मन की गोली जो सीने पर खाता है। लड़ते लड़ते वह शहीद हो…