दिवाली की सौगात – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’

आओ मिलकर दीप जलाएं दिवाली की रात में, दिल का अंधेरा दूर है होता प्रेम की सौगात में। दिन रात एक कर घरों को सजाते हैं, परिजन मिलकर रंगोली बनाते…

काल-खण्ड – एस.के.पूनम

संसार में समय एक सा रहता नहीं है सदा, आज जहाँ उत्सव- काल है कल वहाँ शोकाकुल होगा, आज जहाँ सद्भावनाओं का कीर्ति स्तम्भ है, कल वहाँ अपयशों का बाजार…

दीपावली – नीतू रानी

चौदह वर्ष बाद जब लौटे श्रीराम प्रजा ने दीपों से सजा दिए अयोध्या नगरी के मकान, खुशियों की दीपावली मनाकर प्रजा ने की श्रीराम जी का स्वागत और हार्दिक सम्मान।…

आओ मन का अंधकार मिटाए – संजय कुमार

आओ मन का अंधकार मिटाए, प्रेम भाव का एक दीप जलाएं। कद्र करें सबकी भावनाओं का, वैर और आपसी रंजिश मिटाए। आओ मन का अंधकार मिटाए, प्रेम भाव का एक…