मित्रता दो अक्षर का यह शब्द ‘मित्र आत्मीयता, घनिष्ठता, मित्रता से अपरिचित भी हो जाते परिचित मित्रता में सहयोग, सद्भावना संवेदनशीलता, प्रेम विश्वास हो मित्र को मित्र के अपने…
Author: Aprajita Kumari
भूमि पुत्र-अपराजिता कुमारी
भूमि पुत्र भारत भूमि के भूमि पुत्र इस भूमि मिट्टी के जो है संतान, घर घर की हर थाली में है हम-सब पर इनका एहसान वह है इस…
शिक्षक की चाह-अपराजिता कुमारी
शिक्षक की चाह मैं शिक्षक हूंँ, हाँ मैं शिक्षक हूंँ मैंने चाहा शिष्यों को शिखर तक ले जाने वाला बनूं, मैंने चाहा अपने मन में क्षमा की भावना रखूं, कमियां…
सागरमाथा-अपराजिता कुमारी
सागरमाथा प्रकृति में पूजनीय पर्वत देवस्वरूप, विस्मयकारी सौंदर्य ऊंची, मनमोहक पर्वत मालाएं तैरते बादलों के बीच देवगिरी अति सुंदर समरूप हिम शंकु 29002 फीट या 8840 मीटर संसार की…
मैं हिंदी-अपराजिता कुमारी
मैं हिंदी मैं हिंदी मैं भारत की मातृभाषा मैं जन्मी देव भाषा संस्कृत से मेरी लिपि देवनागरी 14 सितंबर 1949 को बनी भारत की वैज्ञानिक एवं सामर्थ्यवान भाषा। मैं भारत…
सुरक्षा कवच स्तनपान-अपराजिता कुमारी
सुरक्षा कवच स्तनपान स्तनपान नवजात शिशुओं के लिए सर्वदा है अमृतपान सभी नवप्रसूता माताओं को अवश्य कराना है इसका ज्ञान नवजात शिशुओं को देना है स्तनपान का प्रथम दूध कोलोस्ट्रम।…
उत्कल उद्र ओडीशा-अपराजिता कुमारी
उत्कल उद्र ओडीशा भगवान जगन्नाथ की भूमि कलिंग, उत्कल, उद्र,और उड़िसा, प्राचीन नामो वाला 1 अप्रैल 1936 को एक स्वतंत्र प्रदेश बना ओडिशा। भगवान विष्णु की भोगभूमि अथवा श्वेतद्वीप शंख…
मदर टेरेसा-अपराजिता कुमारी
मदर टेरेसा करुणा और सेवा की देवी मानवता, ममता, दया की प्रतिमूर्ति शांति और सद्भावना की अग्रदूत अनाथ पीड़ितों की सेवा मे जीवन समर्पित। दीन दुखियों को गले लगाती…
वन हो रहे हैं कम-अपराजिता कुमारी
वन हो रहे हैं कम धरती पर वन हो रहे हैं कम कैसे बचेगा पृथ्वी पर जनजीवन जनसंख्या भी बढ़ा रहे हैं हम आधुनिकीकरण और औद्योगिकीकरण से वन भूमि पर…
उन्हें समर्पित हर दिन-अपराजिता कुमारी
उन्हें समर्पित हर एक दिन पापा जी को समर्पित एक ही दिन क्यों हर दिन है पापा जी का दिन आंखें खुलती हर सुबह जब उठते ही आवाज आती पापा…