अंडाकार पथ पर, ग्रह लगाते चक्कर, सूर्य रहता केन्द्र में, परिक्रमा मानिए। सूर्य की पृथ्वी चंद्रमा, करे सदा परिक्रमा, तीनों सरल रेखा में, ग्रहण बखानिए। बीच में जो पृथ्वी आए,…
Author: Dev Kant Mishra
बापू सदा अमर रहेंगे – सुरेश कुमार गौरव
सत्य अहिंसा का था नारा, जिसने भारत को सँवारा। बापू के दृढ़ संकल्पों से, फूटा स्वाधीनता की धारा। चलते थे नंगे पाँव मगर, इच्छा शक्ति अटल थी प्रखर। डांडी मार्च…
मनहरण घनाक्षरी- रामकिशोर पाठक
वीणा रखती हाथ में, सुर संगीत साथ में, जीवन में आनंद हो, भाव रस पीजिए। मॉं तेरी हंस सवारी, लगती कितनी न्यारी, धवल हो मन मेरा, शंका हर लीजिए। कर…
Time: Ramkishor Pathak
Time is money Keep it is palm Taste as honey Have peace and calm Who fail to go with it Lose it’s vow Progress intercepted And darkness follow You can…
इन्द्रधनुष- रामकिशोर पाठक
छम छम करती वर्षा रानी, मूसलाधार गिराए पानी। बैठ गयी अब वो थककर, सूरज दादा आएँ निकलकर। संग में झोला भरकर लाएँ, रंग बिरंगे फल दिखलाएँ, सबके सब है सेहतमंद,…
प्रभु तेरा ठिकाना कहाँ- संजय कुमार
प्रभु मैं परेशान,थके हाल हूँ क्योंकि तेरी दिल से आराधना करता हूँ पर तुझे कहाँ ढूढूँ ये तो बता अपनी जिज्ञासा बुझाने मैं तो परेशान हूँ। तेरे बड़े बड़े भक्तों…
दोहावली- देवकांत मिश्र ‘दिव्य’
गौरव का यह है दिवस, भारत का गणतंत्र। समरसता का भाव ही, दिव्य मूल है मंत्र।। भारत प्यारा देश है, लिखित विधान विशाल। चलें नियम कानून से, होगा ऊँचा भाल।।…
दोहावली- मनु कुमारी
अमर रहे गणतंत्र यों, जैसे सूरज चान। जन-जन का सम्मान ये, सबका है अभिमान।। संविधान से है मिला, जीने का आधार। बाबा साहब ने दिया,अनुपम-सा उपहार।। हिंदू मुस्लिम सिख सभी,…
आजादी के दीवाने – रत्ना प्रिया
आजादी के दीवाने वे, गोली खाई, जेल गए, फाँसी के फंदे को चूमा, हर संकट को झेल गए। भारती के लाल जिन्होंने, अपना जीवनदान दिया, जीवन की स्वर्णिम आयु को,भारत-भू…
मधुमय देश बनाना है – डॉ स्नेहलता द्विवेदी ‘आर्या”
सुरभित सुंदर संस्कार का अद्भुत देश हमारा है, भगत सिंह, गाँधी सुभाष संग हमने भी दिल हारा है। तरुणाई के प्रखर शौर्य को जनहित में रचने के लिए, इस अवनी…