नव वर्ष की नई उमंग, आओ मनाएँ मिलकर संग, नई आशा व नए विश्वास, भर लो जीवन नई आस, नव तरंग और नव उल्लास, खुशियाँ लाए बिल्कुल खास, नव संगी…
Author: Dev Kant Mishra
नव वर्ष – डॉ स्नेहलता द्विवेदी “आर्या”
नव संकल्प ले नव विहान का, नूतन अभिनन्दन कर लो। जो विकृति हो अपसंस्कृति हो, उसका चलो शमन कर लो। नव संकल्प ले नव विहान का, नूतन अभिनन्दन कर…
नव वर्ष – संजय कुमार
आओ हम नव वर्ष मना लें नूतन-नूतन हर्ष मना लें बीत गया जो वर्ष पुराना श्रद्धा सुमन उसको अर्पित कर उष्ण आँसुओं का अर्पण कर बीत गया जो वर्ष पुराना…
खट्टी-मीठी यादें – रामकिशोर पाठक
बीत रहा यह साल है, देकर खट्टी-मीठी यादों को। जीवन भर हम याद करेंगे, गुजरे कुछ संवादों को।। कुछ लाएगी मुस्कान होंठ पर, कुछ ऑंखों में मोती। कुछ से…
बीता वर्ष २०२४ – अमरनाथ त्रिवेदी
जो बीत रहा है समय अभी, वह लौटकर कभी न आएगा। सदियों वर्ष यों ही बीत गए, अब २०२४ भी बीत जाएगा। समय नहीं कभी बैठा रहता, यों ही…
आओ सीखें – रामकिशोर पाठक
आओ बच्चों पढ़ना सीखें जीवन रंग बदलना सीखें। अक्षर अक्षर गढ़ना सीखें शब्दों के अर्थ समझना सीखें। मिलजुल कर रहना सीखें जीवन पथ पर बढ़ना सीखें। दुश्मन से भी…
पुस्तक – देवकांत मिश्र ‘दिव्य’
आओ बच्चों पुस्तक पढ़ लें। नई-नई बातों को गढ़ लें।। पुस्तक तो है ज्ञान-खजाना। करें न कोई और बहाना।। नये-नये कुछ शब्द मिलेंगे। सुंदर मनहर चित्र दिखेंगे।। कभी दिखें रवि-चाँद-सितारे।…
हम सब हैं भारत के बच्चे – अमरनाथ त्रिवेदी
लेकर हम सब प्रभु का नाम, सदा करें ही अच्छे काम। खेल-खेल में नहीं लड़ेंगे, बात-बात में नहीं झगड़ेंगे। हम सब हैं भारत के बच्चे, कहते जो करते सब…
दोहावली- रामकिशोर पाठक
तन-मन-धन अर्पित करे, रखकर स्वच्छ विचार। पाठक नित करते रहे, जन-जन का उपकार।। वाणी ऐसी बोलिए, करें नहीं हलकान। घाव हृदय को दे नहीं, बनकर एक कृपाण।। दीप जले…
चाँद सलोना- रामकिशोर पाठक
लगता बड़ा सलोना चॉंद जैसे कोई खिलौना चॉंद। मन को मेरे भाता यह पर बड़ा इठलाता यह। दिखता नहीं हमेशा एक जैसे इसके रूप अनेक। दिन में है छिप…