गिरिजापति भूतेश शिव, आया हूँ दरबार। विनती बारंबार है, करिए बेड़ा पार।। अंतक अक्षय आप हो, उमापति विश्वनाथ। नीलकंठ शिवमय सदा, उमा शक्ति है साथ।। शादी भोलेनाथ की, महिमा अपरंपार।…
Author: Dev Kant Mishra
प्रकृति – रत्ना प्रिया
नित्य कर्मरत रहती प्रकृति, तब जग सुंदर हो पाता है। जग में वही सफल हो पाता जिसे परिश्रम भाता है।। नभ में सूरज चाँद-सितारे, नित्य समय पर आते हैं, जिम्मेदारी…
सच में जीवन जीना सीखें – अमरनाथ त्रिवेदी
रोते को हँसाना सीखें, जग में नाम कमाना सीखें। कभी न झगड़ा झंझट करें, दिल खुशियों से भरा करें। मन से दुख को जाएँ भूल, यही जीवन में रखना वसूल। जीवन में सुख-दुःख…
मनहरण घनाक्षरी- रामकिशोर पाठक
आधार का वर्ग मान, लंब का भी वर्ग ज्ञान, दोनों के योगफल को, ज्ञात कर लाइए। तीसरी भुजा कर्ण लें, उसका वर्ग कर लें, योगफल के मान से, तुल्य कर…
रूप घनाक्षरी – रामकिशोर पाठक
अनुपयोगी का साथ, हानिकारक का हाथ, प्रदूषण कहलाता, बिगड़ जाता है काज। भूमि जल वायु संग, ध्वनि प्रकाश का ढंग, या तकनीकी संचार, सभी प्रदूषित आज। प्लास्टिक को रोककर, पेड़…
शिक्षक: ज्ञान के दीपक- सुरेश कुमार गौरव
शिक्षक हैं वो दीप प्रखर, जो तम को हरने आते हैं, ज्ञान-ज्योति से जगमग करके, जीवन पथ दिखलाते हैं। संस्कारों की निधि अनमोल, उनके शब्दों में बसती हैं, सही दिशा…
माँ बिना यह जीवन सूना – सुरेश कुमार गौरव
माँ जग में सबसे महान, दिव्य ममता का है रूप अनोखा। त्याग, प्रेम औ’ स्नेह की गंगा, निर्मल जैसे पावन मन झरोखा।। कोमल धारा, वात्सल्य प्यारा, सुख-दुख सब अपनाती है।…
देव घनाक्षरी- रामकिशोर पाठक
विज्ञान की बात करें, न्यूटन के साथ करें, जिन्होंने है सिखलाया, नियम ऊर्जा संरक्षण। पृथक निकाय को लें, समय स्थान बदलें, पर होता कभी नहीं, संचित ऊर्जा का क्षरण। अक्सर…
गुरु का गौरव- सुरेश कुमार गौरव
ज्ञान दीप की ज्योति जलाकर, तम को दूर भगाते हैं, शिक्षा के उजियारे पथ पर, जीवन को सिखलाते हैं। अंधकार जब छाए मन में, राह न कोई सूझे, गुरु कृपा…
राष्ट्रीय महिला दिवस – रामकिशोर पाठक
सदा शक्ति की सूचक नारी सृष्टि आधार है कहलायी। आओं नमन करें हम उनको जो भी यादों में बस पायी। हर वर्ष तेरह फरवरी को सबने महिला दिवस मनायी। याद…