सदा शक्ति की सूचक नारी सृष्टि आधार है कहलायी। आओं नमन करें हम उनको जो भी यादों में बस पायी। हर वर्ष तेरह फरवरी को सबने महिला दिवस मनायी। याद…
Author: Dev Kant Mishra
संत शिरोमणि रविदास – रामकिशोर पाठक
माघ मास की पूर्णिमा, दिन था वो रविवार। रविदास था नाम पड़ा, काशी में अवतार।। कलसा गर्भ से जन्में, पिता रग्घु के द्वार। गोवर्धनपुर ग्राम में, देने पथ संसार।। मन…
मन करता मैं भी कुछ गाऊँ- अमरनाथ त्रिवेदी
जीवन खुशियों से जब भरता, मन करता मैं भी कुछ गाऊँ। जब शीतल मंद सुगंध हवा हो, खुशियों के संग मैं गीत सुनाऊँ। तरुनाई जब पुरवाई की हो, मन करता…
दिन-रात- रामकिशोर पाठक
हम बच्चों के मन में आती तरह तरह की है बातें। गुरुवर हमें बता दो इतना क्यों होती हैं दिन रातें। सूरज छुपते कहॉं रात में उजियारा दिन में करते।…
अनुशासन जीवन की पहचान – सुरेश कुमार गौरव
अनुशासन जो जीवन में लाए, हर मुश्किल में जीत वो पाए। जो भी समय का मान करेगा, सपनों को वह साकार करेगा। सुबह-सुबह उठना है प्यारे, नियमों को अपनाना सारे।…
हाथ बढ़ा प्रभु मंगल दीजै – कुमकुम कुमारी ‘काव्याकृति’
है अति बेकल नैन हमारे। दर्शन को प्रभु राम तुम्हारे।। देकर दर्शन काज सँवारें। नाथ हमें भव से अब तारें।। थाल सजाकर मैं प्रभु आई। पूजन पूर्ण करो रघुराई।। हाथ…
अपना सूरज – रामकिशोर पाठक
विशाल आकाशीय पिंड जो, अपना प्रकाश फैलाता है। हम उसको हैं कहते तारे, नभ में सदा टिमटिमाता है। उनमें से है एक सूर्य भी, हमारे निकट जो रहता है। दिखे…
ब्रह्मांड की दिव्य कहानी- सुरेश कुमार गौरव
सूरज ज्योति का है आगार उजियारे का सौम्य नगर। किरणें इसकी छू लें धरती, हरियाली भर जाए घर।। नीला नभ फैला है कितना, आँखों से यह मापा ना जाए। तारे…
कुपोषण – रामकिशोर पाठक
शरीर का समुचित विकास हो कर सकें काम आसानी से। इसके लिए ऊर्जा चाहिए जो मिलता खाना पानी से।। भोजन समय से संयमित हो खाएँ संतुलित आहार को। गुणवत्ता समय…
प्रार्थना – रामकिशोर पाठक
भक्त खड़ा तेरे द्वार, सुन लो मात पुकार।। नज़रिया फेर कर मातु, कर दो तुम उद्धार। रचे हम क्या दो बतला, शब्दों को दो- चार। वर्णन तेरी कर सकूॅं, लेखन…