समय – रामपाल प्रसाद सिंह ‘अनजान ‘

समय/काल दोहे समय नहीं है छोड़ता,चाहे हो बलवान। युग आए ठहरे नहीं,थोड़े दिन की शान।। समय परख सज्जन चले,दुर्जन खोए मान। पार्थ लिए श्री कृष्ण से,दुर्योधन हतवान।। ठहरा जो सड़ता…

बारिश संग स्वास्थ्य – राम किशोर पाठक

बारिश संग स्वास्थ्य जब-जब भी बारिश आती है। संग समस्या भी लाती है।। ताल-तलैया भर जाते हैं। धूल‌ मार कीचड़ आते हैं।। सड़ना गलना भी होता है। बदबू भी फैला…

बारिश और स्वास्थ्य – अमरनाथ त्रिवेदी

बारिश और स्वास्थ्य बारिश का मौसम आ गया अब सुहाना , बरसता है   पानी ,   बरसता   फसाना । जिधर  देखें  उधर  पानी का नजारा , क्या हो  सड़क    हो क्या  अखाड़ा…

सपने लेकर वर्षा आई- गीतिका – राम किशोर पाठक

सपने लेकर वर्षा आई- गीतिका सपने लेकर वर्षा आई। जीवन की बगिया मुस्काई।। हरी चुनरिया ओढ़ी धरती। तरुवर में आई तरुणाई।। पर यह कभी भयानक होती। मिलती इससे भी रुसवाई।।…

मंजिल तुझे पुकारे – दिग्पाल छंद बाल गीत – राम किशोर पाठक

मंजिल तुझे पुकारे – दिग्पाल छंद बाल गीत बच्चों कभी न रोना, हिम्मत कभी न खोना। मंजिल तुझे पुकारे, थककर कभी न सोना।। यह फर्ज है तुम्हारा, करके सदा दिखाओ।…

दीनानाथ भोलेनाथ – जैनेन्द्र प्रसाद ‘रवि’

दीनानाथ भोलेनाथ संत जन आठों याम, रोज जपते हैं नाम, सावन में मंदिरों में, होता जयकारा है। चढ़ता है बेलपत्र, गंगाजल शमी पत्र, धतूरा कनैल भांग, शंकर को प्यारा है।…

भागो-भागो पानी आया – राम किशोर पाठक

भागो-भागो पानी आया – बाल गीत सबको यह भींगोने आया। भागो-भागो पानी आया ।। देखो बादल गरज रहा है। लगे पटाखा फूट रहा है।। काले, नीले, भूरे बादल। नवल रूप…