जोड़ें नाता योग से मनहरण घनाक्षरी छंद स्वस्थ रहने के लिए, चैन से जीने के लिए, जीवन में सभी लोग, जोड़ें नाता योग से। ऋषियों का है कहना, निरोगी जो…
Author: Ram Kishor Pathak
आओ कर लें योग – सरसी छंद गीत – राम किशोर पाठक
आओ कर लें योग – सरसी छंद गीत जीवन है अनमोल मनुज का, मिले विविध संयोग। रहना है नीरोग हमें तो, आओ कर लें योग ।। गीता में श्रीकृष्ण कहें…
योग दिवस – स्नेहलता द्विवेदी ‘आर्या’
योग दिवस जुड़ने को योग कहते, तन-मन जुड़े ब्रम्ह से। स्वस्थ तन हो, स्वस्थ मन हो, प्रकृति के प्रण से।। यह यो है विश्वास सबका, योग जीवन का। है यह…
योग सौम्य संजीवनी – दोहावली – देवकांत मिश्र ‘दिव्य’
दोहावली योग सौम्य संजीवनी “””’””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””” योग गणित का अंश है, यही खोज पहचान।। दिव्य मिलन परमात्म का, सुंदर शुभ अवदान।।०१ नियमित योगाभ्यास से, मिलती मन को शांति। बढ़ती है एकाग्रता,…
करें योग रहें नीरोग – मृत्युंजय कुमार
करें योग-रहे नीरोग आओ हम सब योग करें। जीवन को नीरोग करें।। सुबह सवेरे उठकर जो करते हैं योग। बिमारी दूर भागती है और वो सदा रहते हैं नीरोग।। स्वस्थ…
योग भगाए रोग – आशीष अम्बर
योग भगाए रोग । नित्य जो करता मानव योग। रहे जीवन में सदा नीरोग ।। ऋषि – मुनियों ने किया प्रतिपादित। करे जो योग, सदा रहे आह्लादित ।। चुस्ती –…
योग – गिरींद्र मोहन झा
योग योग का अर्थ है जुड़ना, एकाग्रता, निरन्तर अभ्यास। कर्म-कुशलता, समत्व, दुःखसंयोग-वियोग का प्रयास।। भक्तियोग, ज्ञानयोग, राजयोग, कर्मयोग इनके चार प्रकार। योग का चरम व अंतिम उद्देश्य है, परमात्मा से…
योग जरूरी है – बिंदु अग्रवाल
योग जरूरी है हाँ ! योग जरूरी है। तन-मन और मस्तिष्क को, स्वस्थ रखने के लिए। शारीरिक विकास के लिए। बढ़ते विषाद के लिए। तड़के उठ जाना, खुली हवा में…
देशी खाना – जैनेन्द्र प्रसाद रवि
देशी खाना- बाल कविता छोड़ो बच्चों स्प्राइट माजा, आम लाओ मीठा व ताजा। पिज़्ज़ा-बर्गर-नूडल त्यागो, खाओ खूब रोटी और दाल।। जो खाते हैं मैगी-तंदूरी, तली चपाती, पानी-पुरी। जवानी में ही…
पिता समान कोई नहीं जग में – अमरनाथ त्रिवेदी
पिता समान कोई नहीं जग में पिता शक्ति है ; पिता भक्ति है , पिता ही जीवन का आधार है । पिता से बढ़कर कुछ भी नहीं , वह सब…