शिक्षा का महत्व – मृत्युंजय कुमार

शिक्षा का महत्व मम्मी-पापा ने स्कूल में नाम लिखवाया। कंधे पर बस्ता टंगवाया।। घर से चले स्कूल छोड़ने। शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने।। स्कूल में पढ़ाई करना है। शिक्षा के…

उड़ान – रुचिका

उड़ान बच्चों तुम हो देश की जान, बनाओ अपनी विशेष पहचान, सीमाओं में मत बंधो तुम, हो तुम्हारी उन्मुक्त उड़ान। अक्षर-अक्षर से शब्द बनाओ, शब्द को वाक्य में सजाओ, हर…

खुद पढ़कर तू मुझे पढ़ाना – रामपाल प्रसाद सिंह ‘अनजान’

खुद पढ़कर तू मुझे पढ़ाना।‌ काले तेरे केस निराले, जामुन जैसे काले-काले, फिर से नाम लिखालो दादू, नंबर एक मिलेगा खाना। खुद पढ़कर तू मुझे पढ़ाना।‌। पहले पहले साथ चलोगे,…

महासागर – बाल कविता – राम किशोर पाठक

महासागर आओ बच्चों तुम्हें बताएँ। बात पुरानी याद दिलाएँ।। सात समंदर कहती नानी। दूर देश की कथा सुहानी।। आओ जाने हम सच्चाई। नानी कहती यह क्यों भाई।। जल का विशाल…

मैं नारी हूॅं – स्नेहलता द्विवेदी ‘आर्या’

मैं नारी हूँ। (सृजन की क्रांति) मैं कल-कल बहती गंगा हूँ। मैं यमुना सहित तिरंगा हूँ, धरती की प्यास बुझाकर मैं। हरियाली अवनि बहुरंगी हूँ, मैं नारी हूँ, मैं नारी…

नर-नारी दोनों का जग में – लावणी छंद गीत- राम किशोर पाठक

नर- नारी दोनों का जग में – लावणी छंद गीत प्रेम भाव जब रहता मन में, भरकर लगता गागर है। नर- नारी दोनों का जग में, होता मान बराबर है।।…