हे सृजनहार सुन लो पुकार-देव कांत मिश्र दिव्य

हे सृजनहार सुन ले पुकार हे सृजनहार ! मेरी सुन ले पुकार हिय में बहे सदा प्रेम की बयार।। निर्मल और शुद्ध होवे व्यवहार कर सकूंँ प्राणियों से सम प्यार।।…

सफलता-अशोक कुमार

सफलता अग्रसर जीवन पथ पर बढ़ते रहो, सुख-दुख के दो पहलू हैं इससे मत घबराओ। कभी खुशी कभी गम आते रहते हैं, जीवन पथ पर निरंतर चलते जाओ। कठिनाइयाँ बहुत…

जय अमर जवान-अश्मजा प्रियदर्शिनी

जय अमर जवान शहिदों तुम्हे नमन, मिशाल हैं तेरा समर्पण। स्नेह, करूणा, भक्ति की श्रद्धांजलि तुझे अर्पण। देश-भक्ति में समर्पित अर्पित करते जो प्राण, जिनसे गौरवान्वित होते ये जमीं आसमान।…

मैं हिन्दुस्तान की हिन्दी-निधि चौधरी

मैं हिन्दुस्तान की हिन्दी मैं हूँ पूर्वजों की शान की हिन्दी, बचा लो मुझको, मैं हिन्दुस्तान की हिन्दी। आज संकुचित क्यों हुई हिन्दी, धुंधलाई सी माँ भारती की मस्तक की…

हिंदी हमारी पहचान-मधु कुमारी

हिंदी हमारी पहचान है मातृभाषा पहचान हमारी आन बान और शान हमारी मिश्री से भी मीठी हिंदी जुबान साहित्य संसार में इससे मिली मुझे पहचान भाषाओं में सर्वश्रेष्ठ हिंदी माँ…

हिन्दी मातृभाषा-संयुक्ता कुमारी

हिन्दी मातृभाषा है हमारी मातृभाषा हमे सबसे प्यारी । हमें अभिमान हिंदी पे ये है सबसे न्यारी ।। अंतरराष्ट्रीय पहचान हमें विश्व में दिलाती है हिंदी । है हमारे देश…

हिंदी सबकी शान-देव कांत मिश्र दिव्य

हिन्दी सबकी शान  हिन्दी सबकी शान है, सभी करें सम्मान। भाषा है प्यारी सुघड़, सरल सुगम गुण खान।। कवि भूषण से नित यहाँ, चहके हिन्दी गान। पंत निराला से सदा,…