बक्सर जिला हिन्द का था वह एक जगह जिसने छोड़ा छवि यहाँ, वेद-मंत्र को रचने वाले जन्में कितने ऋषि-मुनि यहाँ। नाम था गौरी-शंकर मन्दिर अधसर थे तालाब यहाँ, होता था…
Author: Vijay Bahadur Singh
प्रकृति-भवानंद सिंह
प्रकृति प्रकृति का उपकार है सबपर जिससे जीवन आसान हुआ, प्रकृति सबका पोषण करती है जिससे जीवन खुशहाल हुआ। पानी है अनमोल धरोहर प्रकृति ने दिया है हमें, इसके महत्व…
ऋतुराज बसंत-अवनीश कुमार
ऋतुराज बसंत आया आया बसंत आया खुशियों का सौगात लाया। इसकी करो तुम जी भर प्रंशसा ऋतुराज बसंत है ही कुछ ऐसा इसके बड़े है तेज़ नखरे, फिर भी लगते…
हमेशा अच्छा सोचें-अनुज कुमार वर्मा
हमेशा अच्छा सोचें सुन्दर अपनी सृष्टि है, सुन्दर सबकी दृष्टि है। सोच सुन्दर जब हो जाए, सुन्दर सबकुछ नजर आए। सुंदरता का कोई मोल नहीं, मीठी बोली सा कोई बोल…
पंछी-अशोक कुमार
पंछी हम पंछी स्वतंत्र रूप में, बंद पिंजरे में न रह पाएंगे। कभी चहकना कभी फुदकना, गुलामी की दास्तां स्वीकार नहीं।। खुले में रहना स्वच्छ वातावरण में, दाना चुगने दूर…
प्रकृति की छवि-डाॅ. अनुपमा श्रीवास्तव
प्रकृति की छवि बसाके अपनी आँखो में तेरी अदभुत छटा निहार रही मन उपवन बन पुकार उठी प्रकृति की देख शृंगार सखी। तेरे हृदय के गहरे सागर में हंसो का…
दिलों को दिलों से जोड़ें-अर्चना गुप्ता
दिलों को दिलों से जोड़ें दिलों से दिलों को जोड़े हम मीत गुनगुना लें मिल एक मधुर संगीत जीवन सरिता एक निधि अमूल्य एकदूजे संग सदा ही निभाएँ प्रीत अब…
हँसिए और हँसाइए-अपराजिता कुमारी
हँसिए और हँसाइए हर चेहरे की नूर है हँसी कभी चुपके से मुस्कुराती कभी खिलखिला कर हँसती, हँसी जीने की वजह बन जाती, हँसी दर्द भुलाने की दवा बन जाती,…
खुद पर भरोसा-आँचल शरण
खुद पर भरोसा रख खुद पर तू भरोसा जीवन खुद चमक जायेगा। है आसमां में भी न इतनी ताकत जो तेरा हौंसला नाप पायेगा। बस जरूरत है सच्चे लगन और…
पानी की बर्बादी रोको-विजय सिंह नीलकण्ठ
पानी की बर्बादी रोको पानी की बर्बादी रोको बर्बाद करे जो उसको टोको जल स्रोतों को ध्यान से देखो कूड़े कचरे न इसमें फेंको। जल से ही जीवन संभव है…