स्वस्थ शरीर , स्वच्छ मन व आत्मिक संयोग का, मानवी काया दिव्य हो , वरदान है यह योग का । पंचभूत निर्मित काया में, प्रत्येक तत्व सम रहे, योग ,…
Category: दिवस
पर्यावरण दिवस – नीतू रानी
आओ राजू आओ राधा पहन के ड्रेस तुम हरा और सादा, चलो हमसब मिलकर पेड़ लगाए और पर्यावरण दिवस मनाएँ। पेड़ लगाओ पेड़ बचाओ पेड़ को तुम कभी न कटाओ,…
राधा की सहेलियां – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
मनहरण घनाक्षरी छंद राधा को चिढाती आज, खुशी की बताओ राज, रोज करें आपस में खूब अठखेलियाँ। कुछ नहीं बोलती हो, छुप-छुप मिलती हो, किससे मनाती तुम, रोज़ रंगरेलियाँ। नखरें…
माहवारी – चांदनी समर
आओ सीमा राधा आओ खुलकर अपनी बात बताओ युग आया है परिवर्तन का छोड़ो झिझक अब ना शरमाओ खिलकर कली से हम जब फूल बनने को आते हैं अपने शरीर…
विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस – नीतू रानी
विषय-माहवारी औरतों के लिए ईश्वरीय वरदान। दिनांक-28/05/23 ईश्वर ने दिया महिलाओं को यह सुंदर वरदान महिलाओं के लिए है यह आन- बान- शान जिसके चलते आज हर घर में खेल…
वटसावित्री – नीतू रानी
हे बहिना पिया लय केलौं वटसावित्री त्योहार हे, खायके अरबा फलाहार हे ना। हे बहिना——-२। पिया संग गेलौं हम बाज़ार किनलौं साड़ी ,चूड़ी लाल, हे बहिना संगे किनलौं सोना के…
वट-सावित्री पर्व – रत्ना प्रिया
संस्कृति है यह भारत की, विवाह के आदर्श का | वट-सावित्री पर्व है, दांपत्य के उत्कर्ष का || अश्वपति की तप साधना, हुई अद्भुत वरदायी है, दैवी सविता का तेज…
माँ और मायका – नीतू रानी
माँ से मायका पिता से सम्मान, ये दोनों के नहीं रहने से अपमान हीं अपमान। माँ है तो मायके के लोग रखते ख्याल, माँ के सामने किसी की न ग़लती…
माँ को निहारता है- एस.के.पूनम
दुग्ध की प्रथम धार, माता का असीम प्यार, बाल क्षुधा तृप्त हुआ,माँ को निहारता है। आँचल पकड़ कर, धीरे-धीरे चल कर, गिर कर उठ कर,थोडा कड़ाहता है। यौवन की राह…
माँ – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
निज कर्म से इंसान, बनाता है पहचान, पिता तो पालक होते, जन्म देती माता है। बच्चों को देती संस्कार, सिखाती है व्यवहार, जननी के साथ होती, भाग्य की विधाता है।…