यह दिन पाया खास है – प्रदीप छंद गीत – राम किशोर पाठक

यह दिन पाया खास है – प्रदीप छंद गीत देश हमारा आजादी में, चैन हमारे पास है। कुर्बानी को देकर हमने, यह दिन पाया खास है।। अमन रहे नित चमन…

स्वदेश पर मिटनेवाले- रत्ना प्रिया

स्वदेश पर मिटनेवाले स्वतंत्र, समुन्नत देश के हम, नागरिक कहलाते हैं। स्वदेश पर मिटनेवाले को, श्रद्धा-सुमन चढ़ाते हैं। सन् सत्तावन याद करो, प्रथम आजादी संग्राम को, जन-जन को झकझोरा जिसने,…

आजादी हमने है पाई – प्रदीप छंद गीत – राम किशोर पाठक

आजादी हमने है पाई – प्रदीप छंद गीत भारत की धरती शोणित कर, तन-मन लहूलुहान से। आजादी हमने है पाई, अपनों के बलिदान से।। हाल बुरा था अपना हरपल, हम-सब…

मित्र की मित्रता – राम बाबू राम

मित्र की मित्रता मित्र की मित्रता है सबसे प्यारी, मित्र है तो जग न्यारी। मित्र है तो खुशियां सारी, मित्र है तो सुंदरता हमारी। मित्र है सुख-दुख का साथी, मित्र…

सच्ची दोस्ती – राहुल रंजन

सच्ची दोस्ती… दोस्ती एक प्यारा सा नाम, जैसे फूलों में हो मिठा जाम। हँसी में साथ, ग़म में सहारा, सच्ची दोस्ती, सबसे प्यारा। बचपन की मस्ती भरी बातें, स्कूल की…

मित्र – स्नेहलता द्विवेदी ‘आर्या’

मित्र! मित्र सरल है मित्र सहज है, मित्र पीयूष अनुराग परम है। मित्र हैं दिल के राज सारथी, तपिश में सहज सुबास मित्र है। आनन्द के पथ में आनंदित, तप्त…

अंतरराष्ट्रीय मित्रता दिवस – राम किशोर पाठक

अंतरराष्ट्रीय मित्रता दिवस आओ जानें हम सच्चाई, जीवन में क्या होता है। हँसते गाते लोगों में भी, आँखें नम क्यों होता है।। रिश्तों में जीवन है उलझा, रिश्तों की मर्यादा…

मुंशी प्रेमचंद विलक्षणता के प्रतीक – अमरनाथ त्रिवेदी

मुंशी प्रेमचंद विलक्षणता के प्रतीक कौन भूल सकता है प्रेमचंद को , जिनकी मार्मिक इतनी कृति है । ग्राम्य जीवन के सुख दुख भरे डगर की , उस वर्णन में…

कलम का सिपाही- मुक्तक – राम किशोर पाठक

कलम का सिपाही- मुक्तक कलम का कोई सिपाही है कहा। मुफलिसी आटा गिला करता रहा।। चाँद तारे रौशनी करते रहें। राय धनपत जुगनुओं को हीं गहा।।०१।। निर्मला सेवासदन ने कुछ…

श्रावणी पर्व -रत्ना प्रिया

श्रावणी पर्व श्रावणी पर्व है अति पावन, मिलकर सभी मनाएँ, रक्षाबंधन के धागे यह महत्व हमें समझाएँ । शिव की कृपा लेकर आता है यह श्रावण प्यारा, शिव-भक्ति शिव-महिमा से…