माँ कालरात्रि संकट दूर करो देवी त्रिनेत्री। रोग नाशिनी, दया करो माँ दुर्गे जग तारिणी। जय चामुंडा, साहस भर देती जग कल्याणी। अष्टभुजी माँ, चंड मुंड विनाशिनी आदि भवानी।…
Category: Bhakti
For the attainment of God in the world, for the welfare of the person, one has to do spiritual practice for salvation. For this, Bhakti is the best. Therefore, devotion to God and having prayer and meditation is called Bhakti.
नौ रूपों में दुर्गा माता – अमरनाथ त्रिवेदी
नौ रूपों में दुर्गा माता की पूजा, परम पावन दुर्गा पूजा कहलाती है। नौ दिनों के निरंतर तपश्चरण से, हृदय में अपार श्रद्धा उमड़ आती है ।। प्रथम पूजा होती …
माँ कात्यायनी- डॉ स्नेहलता द्विवेदी ‘आर्या’
ऋषि कात्यायन की हे सुता, यह दर्प तुम्हारा अद्भुत है। यह रूप तुम्हारा अद्भुत है, सौंदर्य तुम्हारा अद्भुत है। ज्योति द्युति प्रकृति अद्भुत, अनुराग तुम्हारा अद्भुत है। महिषासुर मर्दनी…
माता की भक्ति – भवानंद सिंह
माता का पंडाल सजा है, भक्तों की कतार लगी है। आएँ भक्तों लगाएँ ध्यान, कर लें भक्ति मिलेगा मान। नवरात्रि में माॅं की पूजा, मन से नित करिए आप। माॅं…
भगवान विश्वकर्मा- अमरनाथ त्रिवेदी
सजी धजी यह धरा सुहानी , कितनी प्यारी लगती है। विश्वकर्मा जी की कृपा मात्र से , यह छटा निराली लगती है।। अभियंता का काम जगत में, यह अभियंता ही …
गीता ज्ञान- ब्यूटी कुमारी
रणभूमि में धनुष त्याग रथ के पीछे बैठ गए अर्जुन। भगवान बोले नपुंसकता को त्याग युद्ध के लिए खड़ा हो जा अर्जुन। गोविंद से कह युद्ध नहीं करूँगा चुप हो…
श्रीकृष्ण जन्म- गिरीन्द्र मोहन झा
शूरसेन के पुत्र थे महामना वसुदेव, शरीर से थे वे मानव, गुणों से वे देव, उनकी पहली आदरणीया भार्या रोहिणी, थी वह पतिपरायणा, थी धर्मचारिणी, सत्यनिष्ठ, कर्त्तव्यपरायण थे कंस के…
गीता ज्ञान- मधु कुमारी
रणभूमि में धनुष त्याग रथ के पीछे बैठ गए अर्जुन। भगवान बोले नपुंसकता को त्याग युद्ध के लिए खड़ा हो जा अर्जुन। गोविंद से कह युद्ध नहीं करूँगा चुप हो…
जग का पालनहार कन्हैया – दीपा वर्मा
धीरे आते माखनचोर, खाते माखन, मटकी फोड़। खुश हो आती, मैया दौड़, घबराती, बैंया मरोड़। छुप के आँसू भी बहाए, क्यों लल्ला, मेरे हाथों पिटाए। माखन ही तो, खाया है,…
बच्चे और श्रीकृष्ण – रामकिशोर पाठक
कहते हैं लोग हैं कान्हा नहीं। मैं हूॅं कहता, तूने पहचाना नहीं।। कृष्ण जैसे यशोदा को थें लाडले, तू भी बच्चों को गर वैसा मान ले, देख नटखटपन अगर…