जलहरण घनाक्षरी छंद जगत कल्याण खातिर साक्षात् त्रिभुवन पति, कौशल्या के गोद आए, रामजी बालक बन। देवों के गुहार पर पृथ्वी की पुकार सुन, संत उपकार हेतु, दीनों के पालक…
Category: Bhakti
For the attainment of God in the world, for the welfare of the person, one has to do spiritual practice for salvation. For this, Bhakti is the best. Therefore, devotion to God and having prayer and meditation is called Bhakti.
दशरथ भवनमा- नीतू रानी
विषय -रामनवमी रामजी रामजी लिहलन्हि जनमुवाँ हो रामा चैत महिनमा। चैत केअ शुभ दिन बैशाखक शुक्ल पक्ष, दिनके बारह बजे हुनकर जनमुवाँ हो रामा दशरथ अंगनमा। रामजी लिहलन्हि ——-२। दशरथ…
मनहरण घनाक्षरी- विनय कुमार ‘ओज’
राम नाम की है धुन, रम जाओ हम-तुम। रामनवमी में आज़, घर-घर गान है।। ध्वजा घर-घर से, हैं गगन को छु रहें। जुड़े तार राम से जो , मध्य हनुमान…
प्रभु को अभिनंदन- एस.के.पूनम
जलहरण घनाक्षरी (प्रभु को अभिनंदन) विमल सकल काज, अवध नृप के राज, अयोध्या में बजे साज,करें हर्ष से वंदन। स्वागत में खड़े भ्राता, मधुर उल्लास पाता, वसुंधरा पर दाता,लगे तिलक…
कर दे आज करिश्मा- मीरा सिंह “मीरा”
माता कर दो एक करिश्मा मुझको आज उबारो माँ। नैया डोले बीच भंवर में मुझको पार उतारो माँ ।। कबसे तेरी द्वार खड़ी हूँ एक नज़र तो डालो माँ। मुझको…
डमरू वाले आ जा – मीरा सिंह “मीरा “
आ जा डमरू वाले आ जा बैल सवारी करके आ जा। डम डम डम जब डमरू बोले बंद हृदय के पट को खोले। बाबा भोले शंकर आ जा अपनी डमरू…
शिव – अंजली कुमारी
ये जलता विश्व पुकार रहा , समुद्र- मंथन के जैसे आ जाइए, पृथ्वी पटी पड़ी है, जहर से, हे शिव पुनः ये विष ,पी जाइए । धरती का भू जल…
हे महादेव – अंजली कुमारी
हे महादेव, त्रिकालदर्शी, शंभूनाथ महेश्वर । सुमिरन करे, करें ध्यान तेरा दिन रात और चारों पहर । हे अर्धचंद्र के मुकुटधारी , नाग का कंठहार धारण किया। डमरू त्रिशूल हाथों…
शिवजी करते हैं कल्याण – रत्ना प्रिया
शीघ्र प्रसन्न हो, भक्तों को जो देते हैं वरदान | शिवजी करते हैं कल्याण, शिवजी करते हैं कल्याण || फूल, पत्र व दूध गंगाजल सहज है शिव को भाते ,…
दोहावली – देव कांत मिश्र ‘दिव्य
करिए वंदन शंभु का, लेकर पूजन थाल। उनकी महिमा है बड़ी, उनका हृदय विशाल।। शिव के पावन नाम का, गाएँ नित गुणगान। निश्छल मन में कीजिए, शुचिमय चिंतन-भान।। शिव शिव…