हिन्दी-जैनेन्द्र प्रसाद रवि’

हिन्दी हिन्दी भारत की है मातृभाषा, फूले-फले यह है अभिलाषा। जन गण मन की शान हिन्दी, भारत की पहचान है हिन्दी। युगों युगों से जुंवा पर सबकी, बनीं हुई जन…

जाओ न तुम दिसंबर-डॉ. अनुपमा श्रीवास्तवा

जाओ न तुम दिसंबर यूं न तुम जाओ दिसंबर, उदास है धरती और अंबर। मौन हैं चारों दिशाएं कांपती चल रही हवाएं। कोहरे का चादर ओढ़कर, उम्मीद सबका तोड़कर। मांगों…

बचपन-रूचिका राय

बचपन बचपन का वो मासूम जमाना, माँ पापा का गोद था ठिकाना, नही फिकर नही कोई चिंता, हर गम से दिल था अनजाना। वो बात बेबात रूठना मनाना, शोरकर घर…

चाचा नेहरू-विवेक कुमार

चाचा नेहरू निश्छल निर्मल स्वर्ण धरा पर, कोमल संग मुस्कान लिए, कच्ची मिट्टी सा मन है जिसका, भविष्य जिसके भाल है, नव निर्माण का जो आधार, जिसके मन भांप बजाते…

बाल दिवस-ब्यूटी कुमारी

बाल दिवस तिथि नवंबर चौदह आता है हर साल चाचा नेहरू का जन्मदिन कहलाता दिवस बाल। दिल के भोले मृदु मुस्कान कोमल पंखुड़ियों वाला भाता उनको फूल गुलाब। करते थे…

अशोक कुमार-प्यारी मां

प्यारी मां प्यारी मां प्यारी मां, सबसे अच्छी मेरी मां। जब जब मैं रोता, मुझे चुप कराती मां।। मुझे दूध पिलाती मां, अंगुली पकड़कर चलना सिखाती। जब मैं गिर जाता…

गांव हमारा-ब्यूटी कुमारी

गांव हमारा सबसे प्यारा गांव हमारा सबसे अच्छा गांव हमारा। हृदय में बसती दुर्गा माता विद्या मंदिर है सिरमौर ब्रह्म स्थान है इसका प्रहरी बलान नदी जीवन रेखा छोटा सा…