पुस्तक होती ज्ञान दायिनी सबको राह दिखाती है। मानव का सच्चा साथी बन हर पग साथ निभाती है।। अम्मा बन गाती है लोरी नानी बन कथा सुनाती है। सुख दुख…
Category: sandeshparak
Sandeshparak poems are poems that are used to convey a message with feelings. Through poems, statements related to the country, the world, and society are transmitted to the people. Teachers of Bihar give an important message through the Sandeshparak of Padyapankaj.
सोन चिरैया गौरैया – सुरेश कुमार गौरव
वर्तमान में पक्षी जगत की गौरैया अब विलुप्ति के कगार पर है। कहां चली गई कभी मेरे घर की मुंडेर की कोमल गौरैया, बचपन में कहते थे इसे छोटी ,प्यारी…
हमारी जिम्मेवारी- जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
मनहरण घनाक्षरी छंद कल जिसे विदा किया, वह साल बीत गया, गुजरा जमाना अब- नमन पुराने को। छोड़ के पुरानी बातें, मिलकर काम करें, वक्त फिर आया गिले- शिकवे भुलाने…
नशा मुक्ति- अमरनाथ त्रिवेदी
नशा सेवन करने से , कितने घर बर्बाद हुए ? शत्रु जिसको समझा आपने , उसके घर आबाद हुए । नशा छोटी हो या बड़ी , दुखदायी बड़ी होती है…
सड़क सुरक्षा अभियान-रणजीत कुशवाहा
ऐ भाई ,जरा देख के चलो। आगे ही नहीं ,पीछे भी दायें ही नहीं ,बायें भी ऊपर ही नहीं, नीचे भी ऐ भाई जरा देख के चलो । दुपहिया पर…
किसान-एस.के.पूनम
रश्मियां निकल आईं,पूरब में लोहित छाईं, कृषक तराने गाएं,अभी प्रातःकाल है। निकला विस्तर छोड़,देखा खेत-खलिहान, किसानों का मुखड़ा भी,देख खुशहाल है। धूप से तपती धरा,धूल से गगन भरा, स्वेद से…
नशे से दूरी है जरूरी- नवाब मंजूर
नशे से दूरी है जरूरी नशा नाश का जड़ है भाई इसे छोड़ने में ही है भलाई ना सेहत बिगड़े ना हो लड़ाई घर परिवार खिल जाई बच्चों का भविष्य…
कर्मपथ – अमरनाथ त्रिवेदी
जहाँ चाह है ; मंज़िल वहीं है , इसे न भूलें हम सभी । माना पथ में संकटे अनेक , पर हम न भागेंगे कभी । कर्म के सुमेल से…
मेरी दिवाली – संजय कुमार
दूर खड़ा मुस्कान लिए वह फुलझड़ियों की दुकानों पे छोटी सी अंजुलि में उसको कुछ सिक्के गिनते देखा था गहरी उसकी आँख में मैने खुशियाँ मरते देखा था एक गरीब…
आओ मन का अंधकार मिटाए – संजय कुमार
आओ मन का अंधकार मिटाए, प्रेम भाव का एक दीप जलाएं। कद्र करें सबकी भावनाओं का, वैर और आपसी रंजिश मिटाए। आओ मन का अंधकार मिटाए, प्रेम भाव का एक…