आओ करें आत्म अवलोकन हिय से निकली एक आवाज आओ करें आत्म विश्लेषण, क्या खोया क्या पाया हमने इस नश्वर संसार में आके। कुछ पाने की होड़ में आगे बढ़ने…
Category: sandeshparak
Sandeshparak poems are poems that are used to convey a message with feelings. Through poems, statements related to the country, the world, and society are transmitted to the people. Teachers of Bihar give an important message through the Sandeshparak of Padyapankaj.
अधिकार-डॉ.अनुपमा श्रीवास्तवा
अधिकार पंख दिये हैं मुझको “रब” ने “अधिकार” मुझे है उड़ने का, नहीं गगन में सीमा…
गुरु की महिमा-बबीता चौरसिया
गुरु की महिमा बाल पुष्प संग मिलकर गुरू उपवन नया बसाते हैं घर-घर में दीप जलाकर गुरू अंधियारा दूर भगाते हैं। हर कठिन पगडंडी पर गुरु चलना सिखाते हैं नस…
जीवनदाता-विजय सिंह नीलकण्ठ
जीवनदाता सब जीवों की यही कहानी जीवित रहता पीकर पानी इसके बिना न जीवन संभव फिर भी करते जन मनमानी। करते रहता इससे स्नानी मिलता रहता हर स्थानी बचपन हो…
अच्छा लगता है-विवेक कुमार
अच्छा लगता है शिक्षक हूं शिक्षा देना अच्छा लगता है बच्चों से हर पल रु-ब-रू होना अच्छा लगता है उनकी मनमोहक बातें, निश्छल भाव हरकतें, तुतलाती बोली, नटखटपन अच्छा लगता…
तू बन ऐसा दरिया-अंशु कुमारी
तू बन ऐसा दरिया तू बन ऐसा दरिया जो पत्थर को पिघला दे, तू कर ऐसे काम जो खुदा बना दे। तुझमें है जुनून तू ये कर के दिखा दे,…
युगपुरुष स्वामी विवेकानंद-मनु कुमारी
युगपुरुष स्वामी विवेकानंद गुरु सेवाकर जिसने अपने जीवन में था सबकुछ पाया, जीवनकाल में हीं जिसने मृत्यु के रहस्य को ढूंढ निकाला, निज मुक्ति से बढ़कर जिसने राष्ट्र सेवा को…
जीवन है अनमोल खजा़ना-एम० एस० हुसैन “कैमूरी”
जीवन है अनमोल खजा़ना जीवन है अनमोल ख़ज़ाना इसे तुम बेकार मत गवांओ अगर है जीने की चाह तुम्हें कुछ अच्छा करके दिखाओ। दुनियां देगी सदा मिसाल तेरी तुम अपने…
गुलाब-मधु कुमारी
गुलाब फूलों का राजा है गुलाब काँटो के बीच रहकर भी सदा मुस्कुराता है गुलाब। सुंदरता इसकी है निराली खुशबू इसकी प्यारी मतवाली सीख हमें ये देती नित पलपल मुश्किलों…
बेजुबान-कुमकुम कुमारी ‘काव्याकृति’
बेजुबान जरा देखकर गाड़ी, चलाओ गाड़ीवान। तेरी लापरवाही से निकल जाता कितने बेजुबानों का प्राण। मारकर ठोकर उनको, तुम कर देते हो लहुलुहान। राह पर तड़पता छोड़, क्यों निकल जाते…