School on mobile से फर्क पड़ता है जरा सोचिए जब कुछ अच्छा हम करते है तो उसका जीवन पर फर्क पड़ता है। टीचर्स ऑफ बिहार की हर नई पहल का…
Category: sandeshparak
Sandeshparak poems are poems that are used to convey a message with feelings. Through poems, statements related to the country, the world, and society are transmitted to the people. Teachers of Bihar give an important message through the Sandeshparak of Padyapankaj.
सोचो कैसे बच पाओगे-विजय सिंह नीलकण्ठ
सोचो कैसे बच पाओगे हर ओर गंदगी फैली है पर्यावरण हो गई मैली है क्या करेगा पौधा बेचारा गंदगी देख थककर हारा। न जल की निकासी दिखे कहीं घर के…
सरिता-मनु कुमारी
सरिता सरिता ! हां, मैं हूँ सरिता! मैं हीं हूँ तनूजा ! परोपकार की जीती जागती मूर्ति, अपने लिए कुछ नहीं सोचती, मुझे आता है सिर्फ देना, सृष्टि के समस्त…
साईकिल-एम० एस० हुसैन “कैमूरी”
साईकिल बहुत अच्छा लगता है प्यारे करके देखो साइकिल की सवारी यह क्या है एक अच्छा व्यायाम इससे तो दूर हो जाती है बीमारी। साइकिल है कम खर्चे का वाहन…
उम्मीदों का आकाश कभी झुकता नहीं-ब्रह्मकुमारी मधुमिता
उम्मीदों का आकाश कभी झुकता नहीं हौसले की उड़ान भर तू राही, कभी थमना नहीं… चलता चल जीवन पथ पर, क्योंकि… उम्मीदों का आकाश कभी झुकता नहीं.. बाधाएं तो…
नशा मुक्ति अभियान-जैनेन्द्र प्रसाद रवि
नशा मुक्ति अभियान अब तो नशा छोड़ो भाई, क्यों जीवन बिताए बेकार में? समाज भी तिरस्कार करेगा, नहीं होगी शांति परिवार में।। बीड़ी, सिगरेट और तंबाकू, डाले डाका बनकर डाकू।…
पालनहारा-संगीता कुमारी सिंह
पालनहारा धरती मॉ का हरियाला आंचल है वृक्ष, प्रकृति का श्रृंगार प्राणी का पालनहारा है वृक्ष। सांंसो के चक्र में, निर्मल प्राणवायु का, प्रदाता है वृक्ष। सुंदर पुष्प प्रसून, खिलती…
हम ऐसे क्यों हैं-विवेक कुमार
हम ऐसे क्यूं हैं हर बार मैं यह सोचता हमें सब समझ है आता फिर भूल क्यों हो जाता ये बात समझ न पाता हम ऐसे क्यों हैं हम ऐसे…
महिलाएँ एवं कुटीर उद्योग-गौतम भारती
महिलाएँ एवं कुटीर उद्योग अब महिलाओं को दबाना मुश्किल है, मुश्किल है। ये न समझो कि 2 पुरुष के सर पे ये बोझिल है l अब महिलाओं को दबाना मुश्किल…
निज संस्कृति-दिलीप कुमार गुप्त
निज संस्कृति आँवला बरगद पीपल की पूजा पथिक पाता सघन शीतल छाया द्वारे-द्वारे निबोली संग पवन निरोगी काया मन थीर प्रसन्न निज संस्कृति को शत-शत नमन। घृत कुमारी अश्वगंधा गिलोय…