मानव यह मानव जीवन पाकर भी नहीं किया कोई परोपकार है। मोह, माया में लिपटा रहा, यह मानव तन बेकार है।। सुन्दर तन अभिमान में फूला रहा दिन रात। किसी…
Category: sandeshparak
Sandeshparak poems are poems that are used to convey a message with feelings. Through poems, statements related to the country, the world, and society are transmitted to the people. Teachers of Bihar give an important message through the Sandeshparak of Padyapankaj.
लॉकडाउन का सबक-विवेक कुमार
लॉकडाउन का सबक ईश्वर की सुंदर रचना हूं कहते सब मानव मुझे आया हूं इस कर्मधाम में, बना पात्र इस रंगमंच का, मोहमाया के कुचक्र में फंसकर, लगा निभाने अपना…
पुस्तक जीवन का श्रृंगार-दिलीप कुमार गुप्त
पुस्तक जीवन का श्रृंगार तू सुरवन्दिता का भौतिक रूप तेरी महिमा अद्भूत अनूप तुममें सभ्यता संस्कृति समाया तुझसे अतीत का दर्शन आया तू साक्षी है वैदिक…
शायद इसने कुछ तो अच्छा पाठ पढ़ाया-चॉंदनी झा
शायद इसने कुछ तो अच्छा पाठ पढ़ाया कोरोना सी भयंकर बीमारी आई पड़ोसी चीन से, फैली सारी दुनिया में, भारत में भी आई श्रीलंका, बंगलादेश और मालद्वीप से।। आपदा ऐसी…
नित दो पेड़ लगाएं-विजय कुमार पासवान
नित दो पेड़ लगाएं जल बिना, जीवन धारा होगा, सोचा है? पीने का पानी नहीं बचा है सोचा है? सजीवों का जीवन नहीं बचेगा सोचा है। जीव जंतु नर नारी…
कलम-भोला प्रसाद शर्मा
कलम वाह रे! कलम तेरी बात ही जुदा, छूट जाए एक नुक्ता तो खुदा से हो जाए जुदा। अगर हमनें की बेवफाई तो, दिल मेरा भी गँवारा न हुआ। एक…
कोरोना-भवानंद सिंह
कोरोना कोरोना वायरस की मनमानी परेशान है दुनियाँ सारी, महामारी का रुप लिया है स्वास्थ्य सेवा को प्रभावित किया है । जागरूकता फैलाना है कोरोना को हराना है। आपातकाल जैसे…
मानव-देव कांत मिश्र ‘दिव्य’
मानव अन्तर्मन से देख जरा तुम तन यह कितना प्यारा है। बड़े भाग्य से तुझे मिला है। पावन निरुपम न्यारा है।। पीर सदा दीनों की हरना तुमने कभी विचारा है।…
गणित-बीनू मिश्रा
गणित कुछ बच्चे गणित को बेहद नीरस और बोर समझते हैं। अगर इसे रटकर पढ़ा जाए तो यह नीरस है और समझकर पढ़ा जाए तो…
मानव हो मानव बनो-अनुज वर्मा
मानव हो मानव बनो मानव हो मानव बनो बुद्धि विवेक से पूर्ण रहो, व्यवहार सदा अच्छे करो। उच्च संस्कार से तृप्त बनो, ईर्ष्या विकार को दूर धरो, मानव हो मानव…