जोश जज्बा और जुनून-विजय सिंह नीलकण्ठ

जोश जज्बा और जुनून जोश जज्बा और जुनून  है जिसको तीनों प्रसून  सफल सदा वही होता है  कहता कुदरत का कानून।  जोश सदा उत्साहित करके  नित कर्म को प्रेरित करता…

खाना पचता पेट मेंं-डॉ. स्नेहलता द्विवेदी आर्या

खाना पचता पेट में खूब चबाओ मुँह हिलाओ, सन जाये अब लार में। पाचन शुरू कराए टाईलिन , गले के ऊपरी भाग में। नीचे गले से होकर सुनलो, खाना पहुँचा…

आँखें-एस. के. पूनम

आँखें आँखों से बहते आँसू, कहता है एक अफसाना, गमों का दौर हो या, खुशियों के चंद लम्हें, आँखों से शबनम की बूंदें जैसी, गिरती है रुखसारों पर। ये आँखें!…

हर जंग जीते हैं जीतेंगे इसे-संजीव प्रियदर्शी

हर जंग जीते हैं जीतेंगे इसे वक्त के मिजाज को यूं भांप रखो घर से बाहर‌ चेहरा ढांक रखो। अभी साथ-साथ रहना ठीक नहीं हर वक्त दो गज दूरी माप…

पेड़ लगाएं-नूतन कुमारी

पेड़ लगाएं आओ मिलकर पेड़ लगाएं बीमारी को दूर भगाएँ, नित दिन करें हम इसका भान, तभी है संभव जगत कल्याण। अगर पेड़ तुम काटोगे तो आक्सीजन कहाँ से पाओगे,…

नन्हीं गौरैया-नरेश कुमार “निराला”

नन्हीं गौरैया भूरे रंग की कुछ गौरैया हमारे घर में रहती है, सुबह-सवेरे उठकर वो चीं-चीं चूँ-चूँ करती है। उसकी मधुर आवाज सुन बिस्तर छोड़ उठ जाता हूँ, फुदक रही…

नारी-ब्रह्मकुमारी मधुमिता सृष्टि

नारी शिव शक्ति का रूप है नारी सहनशक्ति की परिभाषा है नारी प्रेम की मूरत है नारी। घर को स्वर्ग बनाती रिश्तों में मिठास लाती खुशियों से घर महकाती दुःख…