हे मानव-भवानंद सिंह

हे मानव हे मानव, ईश्वर तुम्हें बनाया किस लिए, जगत का तुम कल्याण करो, तुम्हारा जन्म हुआ इसलिए। हे मानव, तुम अपनी शक्ति को पहचानो, ईश्वर के तुम उत्तम संतान…

बेटी की शिक्षा-संगीता कुमारी सिंह

बेटी की शिक्षा वो उड़ती है पंख फैलाकर, आसमान छूना ख्वाब है उसका। वो चलती है, आत्मविश्वास से भरकर, हर मंज़िल पा लेना, सपना है उसका। गिरती है, उठती है,…

दोहे-अशोक कुमार

दोहे जब चीता तीन कदम पिछे की ओर जावे, बयालिस हाथ छलांग लगावे। जब तक चीता खड़ा है बचने का करें प्रयास, जब तीन कदम पिछे हटे न करें बचने…

अविरत बढ़े सदा ही जीवन में-अर्चना गुप्ता

अविरत बढ़े सदा ही जीवन में अविरत बढ़े सदा ही जीवन में, क्या पाया आज विचार करें। अंतस के दिव्य प्रकाशपुंज से, आलोकित जग-संसार करें। जो शुष्कता फैली उर अंतस…

नभ के ये नन्हें तारे-कुमारी अनु साह

नभ के ये नन्हें तारे नभ के ये नन्हें तारे मोतियों के जैसे प्यारे। होता नहीं अलगाव इनमें रहते बनाकर टोली जुगनुओं सा चमकते हैं खेलते आँख मिचौली दिन मे…

चम्पारण की दास्तान-कुमारी निरुपमा

चम्पारण की दास्तान सन 1917 की चम्पारण की दास्तान सुनो सुनो सुनो ऐ दुनिया वालों गांधी का अभियान सुनो। गांधी बनें थे सत्याग्रही चम्पारण की धरती पर यही उन्होंने बिगुल…

समय का सदुपयोग-विजय सिंह नीलकण्ठ

समय का सदुपयोग समय होत बलवान  जो जाने सारा सकल जहान  करे समय का सदुपयोग वो बन जाते हैं महान।  अशिक्षित या शिक्षित सबको  समय का ज्ञान तो होता ही…