आओ हम सब मिलकर करें, एक काम ।
चलो लगाते हैं ”एक पेड़ माँ के नाम”।।
छाँव देते इसके पत्ते, लगते माँ के आँचल जैसे ।
याद आती हमें रसोई, ज़ब खाते मीठे फल हम इसके ।।
पेड़ों से है जीवन हमारा , ना करो तुम इनका अपमान ।
अगर नष्ट हुए ये तो, जहरीली हो जाएगी सारी खान – पान ।।
माँ के जैसी अडिग खड़ी ये, तपती धुप में देती आराम ।
वृक्षारोपण करो तुम भी, इससे बढ़ेगा उनके प्रति सम्मान ।।
बंद करो पेड़ों की कटाई , धरती दिखा रही अपना रूप ।
वो दिन ज्यादा दूर नही, जब हरयाली हो जाएगी कुरूप ।।
यूँ ही नही, लोगों ने दिया है इसे माँ का नाम ।
वरदान है धरती की, जो नए जीवन का देती पैगाम ।।
आओ हम सब मिलकर करें, एक काम ।
चलो लगाते हैं ”एक पेड़ माँ के नाम”।।
लेखक – श्री रवि कुमार जी
विद्यालय – कन्या उo मo विo, मसाढ़ ( उदवंतनगर, भोजपुर )
