गुरू प्रार्थना
शत-शत गुरू को बन्दगी..हाँ 2
तेरे चरणों में अर्पित 2 ये जिंदगी l
शत-शत गुरू को बन्दगी..हाँ 2
तुम ही दाता भाग्य विधाता,
तुम ही जग के पालनकर्ता l2
सृष्टिकर्ता दुःख को हरता ,
लालन-पालन तुम ही करता l
समर्पित करता चरणों में तेरे 2
तन-मन-धन और जीवन भी..
शत-शत गुरू को बन्दगी.हाँ 2
तेरे चरणों………………….,
शत-शत गुरू को बन्दगी..हाँ 2
मार्ग दिखाने वाले तुम ही,
सफल बनाने वाले तुम ही l 2
तेरी महिमा अपरम्पारा ,
बिगड़ी बनाने वाले तुम ही ll
स्वर्ग सा अनुभव करता तेरे 2
शरण में आके हम सभी…
शत-शत गुरू को बन्दगी.हाँ 2
तेरे चरणों में…………………,
शत-शत गुरू…………………l
जन्म-जन्म का तुमसे नाता,
महिमा तेरी अगम मैं गाता l 2
पास ही रखना अपने मुझको,
दूर ना करना जीवन दाता ll
करके नियति साफ ये भारती 2
अपने को रखता तेरे साथ ही…
शत-शत गुरू को बन्दगी..हाँ 2
तेरे चरणों में अर्पित 2 ये जिंदगी..
शत-शत गुरू को बन्दगी..हाँ 3
(समाप्त)