हमारी अस्मिता की पहचान है हिन्दी
हमारी अस्मिता की पहचान है हिन्दी
हम भारतवासियों की शान है हिन्दी ।
यहीं बहुत भाषाओं ने है जन्म लिया
लेकिन सबका उद्गम स्थान है हिन्दी ।
भारत की अखंडता की जान है हिन्दी
मेरे देश की आन बान शान है हिन्दी ।
इसमें है हम सब ने पालन पोषण पाया
हमारी संस्कृति और सम्मान है हिन्दी ।
हमारे दिनचर्या में रहती है सदैव समाहित
हम सब के ऊपर बड़ी मेहरबान है हिन्दी।
तुलसी,पंत ,सुरदास,पारसाई जैसे कवियों की
साधना समर्पण और त्याग बलिदान है हिन्दी ।
इस से टपकती है हमेशा ही मधुरिम
भाषाओं की खूद ही मिष्ठान है हिन्दी।
हमें भी गर्व है अपने इस राष्ट्रभाषा पर
कार्यालय में सुशोभित जबान है हिन्दी ।
एम० एस० हुसैन कैमूरी
शिक्षक
उत्क्रमित मध्य विद्यालय
छोटका कटरा मोहनियां कैमूर
