हमारी जिम्मेवारी- जैनेन्द्र प्रसाद रवि’

मनहरण घनाक्षरी छंद कल जिसे विदा किया, वह साल बीत गया, गुजरा जमाना अब- नमन पुराने को। छोड़ के पुरानी बातें, मिलकर काम करें, वक्त फिर आया गिले- शिकवे भुलाने…

नव-वर्ष आया है- जयकृष्णा पासवान

फूलों की तरह खिल-खिलाते, नव-वर्ष आया है। कलियों में छुपा-कर , जीवन का सौगात लाया है।। सुशोभित होंगे मस्तक पर, मेरी कामयाबी । फिजाओं संग खुशबू का, सैलाब लाया है।।…

नूतन वर्ष- अशोक कुमार

नूतन वर्ष सरल हो, शांति समृद्धि का कल हो। खुशियां आए सबके द्वार, जीवन अपना अविरल हो।। द्वेष ईर्ष्या सब भूलें, एक दूजे के गले मिले। जीवन अपना संघर्षरत हो,…

नया साल मुबारक हो- जैनेन्द्र प्रसाद रवि’

आनंद के सागर में, डुबकी लगाते रहें, दुनिया की हर खुशी, मिले नए साल में। नित्य नए पकवान, मिले भोजन मिष्ठान, हो पापड़ तिलौड़ी घी, रोज भात दाल में। अन्न-धन,…

दोहा- देव कांत मिश्र ‘दिव्य’

विधा: दोहा रचनाकार: देव कांत मिश्र ‘दिव्य’ “”””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””” नित्य सुबह जगकर करें, हम ईश्वर का ध्यान। जिनकी महिमा है अमित, करुणा कृपा-निधान ।। नये वर्ष में क्या नया, करिए नित्य…