नव निर्माण – कुमकुम कुमारी

युग है यह निर्माण का, नूतन अनुसंधान का। हम भी कुछ योगदान करें, अपना चरित्र निर्माण करें। प्रकृति ने है हमें रचाया, निर्मल काया दे सजाया। इसका हम अभिमान करें,…

हिंदी हमारी है-धीरज कुमार

हिंदी हमारी है। हिंदी हमारी भाषा है,हिंदी से प्यार करना हमे आता है। हिंदी भारत माता की बिंदी,हिंदी से अपना पुराना नाता है। बिन बिंदी स्त्री का चेहरा सुना,बिंदी से…

हिन्दी दिवस -कुमारी निरुपमा

हिन्दी ही हमारा वतन है हिन्दी ही हमारा चमन है हिन्दी और हिन्दोस्ता बढाएं हमारी एकता। हिन्दी को हम अपनाएंगे मान इसका हम बढाएंगे हिन्दी हमारा नजराना अग्रेजी में धौंस…

बहुत प्यारी ज़बां ये है – एम० एस० हुसैन

पढ़ो हिन्दी , लिखो हिन्दी बहुत प्यारी ज़बां ये है इससे टपकती है मधुरिम सदा प्रेम की निगहबां ये है ये भाषाओं की जननी है सदा ही शब्द निर्झरणी है…

मेरी प्यारी हिंदी – डॉ.अनुपमा श्रीवास्तवा 

“हिंद” देश के वासी हैं हम हिंदी हम सब की बोली है, “माँ” जैसी ही प्यारी हिंदी “माँ” जैसी ही भोली है। पूज्य है जितनी जन्मभूमि उतनी ही प्यारी भाषा…

मैं हिन्दी भाषा हूँ – रीना कुमारी

मैं हूँ हिन्दी भाषा, यही है मेरी परिभाषा, मैं सबके मुख पर रहती, मैं हूँ मातृभाषा मैं हूँ हिन्दी भाषा। मेरी जननी संस्कृत भाषा, जो होती देवों की भाषा, मैं…

हिंदी मधुरिम सरगम है -एम० एस० हुसैन

भाषा की डोरी थामकर चलना सिखाया हिंदी ने भेदभाव को भूलकर है सबको अपनाया हिंदी ने अपनी मधुरता में है सब को नहलाया हिंदी ने हिन्दी के सभी शब्द हैं…