उठो आँसू न बहाओ उठो, आँसू न बहाओ गम को गले लगाओ सुख – दुःख हैं जीवन के दो पहिए इसके साथ चलते जाओ। उठो, आँसू न बहाओ……. अगर आज…
सर्दी- जैनेन्द्र प्रसाद रवि
सर्दी चुपके-चुपके आती सर्दी, सबको बहुत सताती सर्दी। अमीरों को यह ख़ूब है भाती, गरीबों को यह बहुत सताती। आग की थोड़ी गर्मी पाकर, छिपकर दुम दबाती सर्दी। अमीरों को…
याचना-दिलीप कुमार गुप्ता
याचना प्रवृत्ति आरोह सदज्ञान की निवृत्ति दुःख द्वन्द्व दुर्भाव की अन्तस तिमिर का हो उन्मूलन संस्कृति सुवासित सद्भाव की। कामना यही तुमसे सद्गुरु भाव कृतज्ञता का हो ज्ञापन अपकार कभी…
नव वर्ष 2021-अनुज कुमार वर्मा
नव वर्ष 2021 नव वर्ष आ रहा है, उम्मीद के दिए जलाओ। खुशियाँ चारों ओर छा रहा, मिलकर सभी जश्न मनाओ। नूतन वर्ष के स्वागत में, मिलकर गीत खुशी के…
प्यारा देश हमारा है-देव कांत मिश्र दिव्य
प्यारा देश हमारा है वसुधा से जो लगन लगाये, वही देश का प्यारा है। पावन भावन सरिता की नित, चमक रही जलधारा है।। राम, कृष्ण का जन्मस्थल यह, भारत देश…
जिंदगी जी ले जरा-अवनीश कुमार
जिंदगी जी ले ज़रा ये जिंदगी मिलती नही आसानी से क्यों पल-पल काट रहे परेशानी से क्यों खो रहे आज, अपनी कल की आगवानी में क्या मिलेंगे तुझे आज, अपनी…
सरस्वती वंदना-अशोक कुमार
सरस्वती वंदना माँ शारदे कहाँ तू वीणा बजा रहे हो। किस मंजू ज्ञान से तुम जग को लुभा रही हो।। हे श्वेत वस्त्र धारणी, हंस पे सवार होकर। …
नश्वर दुनियाँ-अर्चना गुप्ता
नश्वर दुनियाँ कितनी नश्वर है प्रभु तेरी दुनियाँ फिर भी पल-पल द्वेष बढ़ आए स्वार्थपाश में बँधे हुए सब ही तो रह एक-दूजे संग सदा दंभ दिखाए कालचक्र की गति…
माँ मैं तेरी बेटी हूँ-आँचल शरण
माँ मैं तेरी बेटी हूँ माँ! मैं तेरी बेटी हूँ, तेरे खून का कतरा हूँ मत बनने दे मुझे किस्सा तू बस आने दे जग में मुझको तू खुली हवा…
माँ मुझको अब पढ़ना है-डाॅ. अनुपमा श्रीवास्तव
माँ मुझको अब पढ़ना है माँ मुझको अब पढ़ना है सबसे आगे बढ़ना है, देखा था जो तुमने सपना उसको पूरा करना है। अंतर करेगी दुनियाँ कैसे जैसा “बेटा” “बेटी”…