रंगोत्सव ——— चली रंगोत्सव की बयार सब पर छाया प्रेम खुमार एहसास भर पिचकारी में शब्द रंग उड़ाऊँ, मैं बेशुमार प्रीत रस की छाई मीठी फुहार भींगे एक दूजे संग…
चंचल वन में मनी है होली-निधि चौधरी
चंचल वन में मनी है होली होली आई होली आई, चंचल वन की टोली आई। गधे, भेड़, लोमड़ी, सियार, मना रहे रंगों का त्योहार। बिल्ली मौसी ने तलें है पुए,…
मैं हूँ नारी- मधु कुमारी
मैं हूँ नारी ——— मैं हूँ नारी एक धधकती सी चिंगारी प्रगति पथ की हूँ अधिकारी सृष्टि की सुंदर कृति हमारी मैं जग जननी,मैं पालनहारी मैं हूँ नारी हमने अपनी…
होली-रीना कुमारी
होली होली आई, होली आई, रंगो का त्योहार है लाई। सबके लिए ये खुशियाँ लाई। चुन्नु मुन्नु ने आवाज लगाई, होली आई, होली आई। सोनू मोनू ने भरी पिचकारी एक…
होली-कुमकुम कुमारी
होली आया होली का त्योहार, छाया सबपे खुमार। लेकर रंग गुलाल, देखो आए नंदलाल।। संग लेकर ग्वाल-बाल, पहुंचे राधा के द्वार। करने मस्ती अपार, सुंदर है यह त्योहार।। लेकर हरी…
नारी तूँ नारायणी – नीतू रानी
नारी तूँ नारायणी नारी तूँ नारायणी तुम हो शिव की अर्द्धांगिनी, तुम्हीं हो कृष्ण की राधा रानी तुम्हीं हो घर की महारानी, तुम हो सबका दुःख हारिनी तुम्हीं हो साक्षात…
मोबाइल-मनु कुमारी
मोबाइल ( मनहरण घनाक्षरी) हर पल काम आए, देख मन झूम जाए, साथी बन रहे सदा गम को भगाता है । सूचना दे हर घड़ी, छोटी रहे चाहे बड़ी, बैठे…
राष्ट्रीय मतदाता दिवस-अशोक कुमार
राष्ट्रीय मतदाता दिवस जब उम्र 18 हो जाए, मतदाता सूची में नाम जुड़वाएं।। अपना वोट न हो बेकार, स्वच्छ निर्मल चुने सरकार।। ऐसा हम नेता चुने, जो हमारी बातों को…
रचना की आधार हूं – कुमारी निरुपमा
रचना की आधार हूं हर सुन्दर रचना की आधार हूं सृष्टि के गति की अहम किरदार हूं, धरती में दबे बीज की वास हूं कोंपल के स्पंदन की आहार हूं।…
माता -जैनेन्द्र प्रसाद रवि
माता जगत में है जो प्यारी, सारी दुनिया से न्यारी, युगों-युगों से हमारी, माता कहलाती है। हमें लाती धरा धाम, सहती है पीड़ा घाम, अंगुली पकड़ हमें, चलना सिखाती है।…