भारत देश सखे यह भारत देश हमारा, हमें लगता प्राणों से प्यारा। कहीं हैं पर्वत ऊँचे ऊँचे , जो सदा ही गगन को छूते। कही हरे भरे खेत मैदान, धानी…
बधाई हो बधाई-मधु कुमारी
बधाई हो बधाई ——————- बधाई हो बधाई, कि शुभ बेला आई हो गए हम गौरवशाली, टी०ओ०बी० का हैप्पी बर्थडे सबने उल्लासित हो मिलकर मनाई शिक्षा जगत में थे हम नवसिखिए…
गणतंत्र दिवस मनाएं – एम० एस० हुसैन “कैमूरी”
गणतंत्र दिवस मनाएं आओ हम सब मिलकर गणतंत्र दिवस मनाएं तिरंगे को फहराकर हम जन -गण – मन को गाएं आज है हमारा राष्ट्रीय त्योहार जन जन तक संदेशा पहुंचाएं…
हे देश !
हे देश ! हे देश नमन मेरा तुझको तुमने मुझपर उपकार किया, माँ की ममता दी मिट्टी ने सरहद ने पिता का प्यार दिया। गंगा-यमुना सी बहनें दी एक समृद्ध…
गुरुजी का ज्ञानदान-सुरेश कुमार गौरव
गुरुजी का ज्ञानदान बचपन में गुरुजी ने सिखलाया अनुशासन का खूब पाठ पढ़ाया। कहते बापूजी के तीन थे बंदर सुनो दिनेश, महेश, रमेश व चंदर। पहला कहता बुरा मत बोलो…
मकर संक्रांति-मनोज कुमार
मकर संक्रांति सही में, इ गजबे परब है। ठंडा को ठोककर, सुबह में उठना, निप पोत ठीककर, डुबकी लगाना। कमाया है जो कर, हक जानो सबका। दान दक्षिणा देकर, वंदन…
हृदयवासिनी-गौतम भारती
हृदयवासिनी सजग नयन की नूर लिये सीरत सहज प्रवासिनी। आ पड़ी अधिवास को अक्षुण्ण अधिकार, प्रकाशिनि।। चमक उठी वो सूरत जो वर्षों पड़ी थी मौन। चेहरे की खुशियां देखो दुःख…
तिल सकरात-जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
तिल सकरात बचपन से हम सुनs हलूं महिमा तिल सकरात के, घर के जमाबल रहे शुद्ध दूध-दहिया, चप-चप हाथ करे लपटल मख्खन, महीया । दुश्मन के भी दोस्त बना दे…
आस्था का पर्व-अशोक कुमार
आस्था का पर्व आओ मकर संक्रांति मनाएं, एक दूजे के गले लग जाएं। अपनी संस्कृति को बचाएं, प्रेम की धारा बहाएं।। सुबह सुबह स्नान करें, सूर्य को नमस्कार करें। दही…
दोहावली-देव कांत मिश्र ‘दिव्य’
दोहावली उत्तरायणी पर्व का, हुआ सुखद आगाज। ढोल नगाड़े बज रहे, होंगे मंगल काज।। सूरज नित अभिराम है, जीवन का आधार। देव रूप पूजे सदा, सारा ही संसार।। बदल दिशा…