हम बच्चे भी तो भविष्य देश के-अपराजिता कुमारी

हम बच्चे भी तो भविष्य देश के हम बच्चे भी तो भविष्य देश के, बालश्रम क्या देश के भविष्य पर प्रतिघात नहीं 🧒🏻हमें भी दे दो ना, खेलने, पढ़ने, प्यार,…

सुन गोरैया-डाॅ. अनुपमा श्रीवास्तव

सुन गोरैया  सुन “गोरैया”! तेरे जैसी मैं भी एक चिड़ियाँ होती जब जी करता उड़ते-उड़ते सैर जहान का कर आती । न रहता कोई टोका-टोकी न करता कोई रोका-रोकी फिक्र…

शहर-विनय कुमार ओज

शहर शहरों की रौनक होती भीड़ है पर ये तो सहता रहता पीर है हरित, शांति को ये सदा तरसता पल-पल वाहनों से धुआँ बरसता जहाँ भी देखो शोर-शराबा है…

जख्मों को सहलाते रहिये-स्नेहलता द्विवेदी आर्या

ज़ख्मों को सहलाते रहिये दिल की रीत निभाते रहिये, जख्मों को सहलाते रहिये। संकट में है पड़ी मानवता, मानव धर्म निभाते रहिये। जंग कठिन है रण है बाकी, अपना धर्म…

युवा तुम लड़ो मुस्किलों से-संदीप कुमार

युवा तुम लड़ो मुश्किलों से हाँ, युवा तुम हो देश के भविष्य तुम हर असंभव कार्य को संभव कर सकते हो तुम्हारे अंदर है असीमित शक्ति तुम डटकर सामना करना…