संकल्प- संजय कुमार

हम भी आगे आएं,आप भी आगे आएं बाल विवाह उन्मूलन हेतु,अपने कदम बढ़ाएं। कमउम्र में विवाह के,दुष्परिणाम सबों को बताएं, गाँव,शहर में हर नागरिक को,हम जागरूक बनाएं। समस्या उत्पन्न न…

माँ- दीपा वर्मा

माँ के बिन न हमारा अस्तित्व संभव है। न हमारा जीवन। न संसार , न हमारे अच्छे संस्कार। दुनिया मे अगर कोई हमारा सगा है तो हमारी माँ। मां की…

माँ तुम कितनी अच्छी थी- नीतू रानी

विषय – माँ (मदर्स डे) शीर्षक -माँ तुम कितनी अच्छी थी। माँ माँ तुम कितनी अच्छी थी बिल्कुल देवी जैसी थी , हृदय तुम्हारा स्वच्छ व शीतल पवित्र नदी गंगा…

माँ की याद- संजय कुमार

बहुत याद आती है माँ तुम्हारी अब वो आँचल कहाँ से लाऊँ, जहाँ छुपाकर हर दुख से मुझे बैठकर आपने थी रात गुजारी। कहाँ गयी मुझे छोड़कर माँ, बहुत याद…

खुदा मेहरबान – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’

विद्या;- मनहरण घनाक्षरी छंद ऊँचे ओहदेदारों की, हो जाता गुनाह माफ, गरीबों की गुस्ताखी पर, मच जाता शोर है। पद के रसूखदार, तोड़ते कानून रोज, बलवानोंअमीरों पे, चलता न जोर…

अच्छा लगूंगा – अवनीश कुमार

मै अच्छा लगूंगा ही नहीं अच्छा दिखूंगा भी सही मै अच्छा लगूंगा ही नहीं अच्छा दिखूंगा भी सही मेरी कमियों को किनारे रख देख तो सही मेरी खूबियों को खूबसूरती…

बड़ों की सीख – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’

बिना टिकट के चिंटू भाई जो बैठोगे रेल में। पकड़े जाने पर दंड लगेगी पहुँच जाओगे जेल में।। बिना पटरी के पंक्तिबद्ध हो केवल चलती हैं चीटियाँ, काले कोट वाले…