उत्कल उद्र ओडीशा भगवान जगन्नाथ की भूमि कलिंग, उत्कल, उद्र,और उड़िसा, प्राचीन नामो वाला 1 अप्रैल 1936 को एक स्वतंत्र प्रदेश बना ओडिशा। भगवान विष्णु की भोगभूमि अथवा श्वेतद्वीप शंख…
नमन करें-स्नेहलता द्विवेदी ‘आर्या’
नमन करें विश्व के इस भाल को, उदग्र इस त्रिकाल को, विश्व गुरु के मान को, नमन करें नमन करें। वेद की ऋचा जहाँ, सहस्त्र तान छेड़ती, विश्व के कल्याण…
प्रश्न और उत्तर-सुधीर कुमार
प्रश्न और उत्तर सूरज में कहां से आती गर्मी, चांद में होती क्यों शीतलता? आओ उसको शीश झुकाएं, जिसने दी है जल को तरलता। कौन चलाता है वायु को, कौन…
तिरंगा हमारी शान-रूचिका
तिरंगा हमारी शान तीन रंग का है तिरंगा बने हमारी शान, हम सबके देश की यह बनती पहचान, राजू मुन्नी दीपू सुन लो, नहीं रहो अंजान, तिरंगे की रक्षा करो,…
माॅं सृष्टिकर्तृ-सुरेश कुमार गौरव
माॅं सृष्टिकर्तृ मां! यानी सृष्टिकर्त्तृ स्त्री का महान दातृ रुप इस नाम की सार्थकता सबला शक्तिरुपा में सदा परिलक्षित दिखती है। वात्सल्य भाव प्रेषित कर जीवन रुपी पात्रों में ममता,…
मेरी अभिलाषा-प्रीति
मेरी अभिलाषा मैं छोटा सा नन्हा बच्चा, मेरी यह अभिलाषा है। जल्दी से स्कूल शुरू हो, बस छोटी सी आशा है। याद आते हैं दिन वो सुहाने, जाते जब हम…
E-LOTS से शिक्षा का अलख जगाना है-विवेक कुमार
E-LOTS से शिक्षा का अलख जगाना है E-LOTS से शिक्षा का अलख जगाना है कुंद पड़ गई धार को स्वर्ण सा चमकाना है कोरोना काल की क्षति को पूरा करके…
गंगा-नूतन कुमारी
गंगा मोक्षदायिनी गंगा सर्वस्व समाहित कर जगत को निरंतर करती दुलार मां समान। कल्याणकारी गंगा इक बूंद से तृप्ति हो ऐसी ज्यों बुझी तृष्णा अनंत जन्मों की। पतितपावनी गंगा…
गंतव्य-प्रियंका दुबे
गंतव्य जीवन की यात्रा पर गतिशील है कदम, नहीं ज्ञातव्य यथार्थता, नहीं ज्ञातव्य औचित्य, नहीं है स्पष्ट रास्ते, नहीं जानते गंतव्य, कौन सा पथ है उनका कौन सही है पथिक,…
गुरु गुरु कहिए-मनु कुमारी
गुरु गुरु कहिए प्रात काल उठि गुरु-गुरु कहिए! गुरु पुरे का नाम सुमरि के, मन को वश में करिये। यह मन तो है बड़ा खुरफंद, बाहर भागे, रहे स्वच्छंद। प्रत्याहार…