सावन में झूला आओ बच्चों मिलकर खेलें सावन में हम झूला झूलें खूब करें मस्ती-आनन्द मजे बचपन के अनूठे ले लें सावन में हम झूला झूलें। बरखा भी आई…
दर्द-एम० एस० हुसैन “कैमूरी”
दर्द दर्द अनोखा खूब होता है पड़ता है जब लोगों पर तनिक भी भान नहीं होता जब ठेस पहुंचाते औरों पर। पशु और पक्षी भी तो हैं प्राणी जो दर-दर…
सुनो बेटियों खूब कमाना-बबीता चौरसिया
सुनो बेटियों खूब कमाना मार सके न कोई ताना सुनो बेटियों खूब कमाना। गहना चूडी बिंदी लाना खुद से खुद का जीवन सजाना अपनी मर्जी खूब चलाना सुनो ओ बेटियों…
राम कथा-कुमकुम कुमारी ‘काव्याकृति’
चौपाई (राम कथा) कमल नयन हरि के अवतारे। त्रेतायुग में अवध पधारे।। सुंदर सुकोमल रूप न्यारा। देख हुआ पावन जग सारा।। अपने संग अनुज को लाए। नृप दशरथ के मान…
आर्तवाणी से पुकारा-जैनेन्द्र प्रसाद रवि
आर्तवाणी से पुकारा मेरे मोहन इन चरणों की अब तो दे दो सहारा। बिना मांझी यह जीवन नैया कैसे लगे किनारा।। जड़ चेतन सब तेरी माया, कण-कण में तू है…
सपने सच होंगें-लवली वर्मा
सपने सच होंगें सपने भी सच होंगे बस हिम्मत करनी होगी मंजिल भी मिलेगी कोशिशें तो करनी होंगी। न हार मानना तुम देख कर इन कठिनाईयों को जीवन एक जंग…
पैबन्द लगी कविता-गिरिधर कुमार
हजार पैबन्द लगी चिथड़े चिथड़े से बुनी बनी टुकड़ों में बुदबुदाती कविता… रास्ते के उदास मील के पत्थर की तरह अगले शहर की दूरी भर बतलाती भावशून्य हो गयी…
सद्गुरु शत शत तुम्हे प्रणाम-दिलीप कुमार गुप्त
सद्गुरु शत शत तुम्हे प्रणाम हे गुरुवर, हे दयानिधे! आपके हैं अनंत उपकार आत्मज्ञान की ज्योति जलाकर सदज्ञान का पियूष पिलाकर मानवता का किया उद्धार सद्गुरु शत शत तुम्हे प्रणाम।…
मैं भारत हूँ-देव कांत मिश्र
मैं भारत हूँ मैं भारत हूँ, सदा रहूँगा, ऐसा ही बतलाऊँगा। माटी के कण-कण से सबको, अभिनव गुण सिखलाऊँगा।। पत्ते कहते मैं भारत हूँ, हरा रंग दिखलाऊँगा। हरित भाव को…
जड़ के कार्य-बीनू मिश्रा
जड़ के कार्य भूमि के नीचे जड़ें है होती, जड़ ही मिट्टी को जकड़े रहती, जड़ की सतह पर छोटे रोएं होते, हम जिसे मूल रोम हैं कहते, नींव…