प्रकृति के रंग प्रकृति तेरे रंग हजार, अद्भुत लगता है यह संसार। रुखा सुखा पतझड़ भी है, और साथ में बसंत बहार।। हाड़ तोड़ती ठंड कहीं है, कहीं गर्मी का…
शुभ संस्कार-दिलीप कुमार गुप्त
शुभ संस्कार आध्यात्मिकता से सुख मिलता है अन्तःकरण निर्मल होता है अद्वैत न होता दुश्वार सुपथ देता तब आत्मोद्धार उदित होताजब शुभ संस्कार । सात्विक प्रवृत्तियाँ जगती हैं पापवृतियाँ क्षरित…
विद्यालय का श्यामपट्ट-लवली वर्मा
विद्यालय का श्यामपट्ट श्यामपट्ट विद्यालय का, देखो बैठा है उदास। ढूंढ रही उसकी नजरें, करता बच्चों को तलाश। याद आती है उसे, बच्चों का…
आओ सीखें-गिरिधर कुमार
आओ सीखें प्यार जताना मिलकर चलना मिलकर रहना आओ सीखें तूफानों में कैसे चलना कैसे लड़ना भरी हुई दरिया में कश्ती कैसे पार लगेगी बोलो आओ सीखें इस मौके पर…
गाँव-देव कांत मिश्र
गाँव यह गाँव हमारा प्यारा है अद्भुत सुन्दर न्यारा है। चलो तुम्हें हम आज दिखाएँ उर का भाव हमारा है।। होती अनुपम मृदा गाँव की सत्य सभी ने जाना है।…
फलों का राजा आम-अनुज कुमार वर्मा
फलों का राजा आम बात पते की कहता हूँ, नन्हें राजा, सुनलो आप। दादा – दादी भी कहते हैं, राजा फलों का है आम। गर्मी के मौसम में बच्चों, जब…
पिता-भोला प्रसाद शर्मा
पिता पिता जैसा कोई वरदान नहीं पिता जैसा कोई महान नहीं पिता हम आपकी निन्दिया है चमकाती माँ की बिन्दिया है पिता हँसता हुआ फूल है रक्षा कवच बना त्रिशूल…
मैं धन हूँ-भवानंद सिंह
मैं धन हूँ मैं धन हूँ किसी के पास कुछ भी नहीं, किसी के पास बहुत ज्यादा किसी के पास थोड़े कम हूँ । मैं उनके पास रहता हूँ जो…
विज्ञान रस गति के नियम-बीनू मिश्रा
विज्ञान रस गति के नियम मैंने किए रचित विज्ञान रस, और लिख डाली कुछ कविता, और न्यूटन ने लिख रखे हैं, “न्यूटन्स लाॅज ऑफ मोशन” देख विज्ञान रस न खोएं…
मेरे पिता मेरे भगवान-रीना कुमारी
मेरे पिता मेरे भगवान मेरे पिता जिन्होने मुझे सुंदर सा संसार दिया आनंद खुशी और रंग-बिरंगे जैसे उपहार दिया आंखों के तारे कह मेरे जीवन को सवांर दिया सोना-चांदी…