संचार के बदलते साधन एक समय ऐसा भी था। जब संदेश वाहक होते थे कबूतर प्यारे। पैरों में संदेश बंधा हुआ पहुंचाते थे हमारे।। समय बदला खुल गए डाकघर। पत्र…
मेरी बिटिया-मनु कुमारी
मेरी बिटिया बिटिया मेरी अब पलटने लगी है, सभी के दिलों में उतरने लगी है। पलटना भी है एक विकासात्मक प्रक्रिया, ये बदलाव उसमें अब आने लगी है, बिटिया मेरी…
मुस्कान-ब्रह्मकुमारी मधुमिता सृष्टि
मुस्कान चेहरे की सुंदरता बढाती आंखों में खुशियों का संचार करती तन मन को ऊर्जा से भरपूर करती अपनों को करीब लाती एक प्यारी सी मुस्कान देख जिसे भूल जाएं…
मेरे गांव की मिट्टी-एम० एस० हुसैन “कैमूरी”
मेरे गांँव की मिट्टी बहुत पावन है मेरे गांँव की मिट्टी जिससे सदा सोंधी खुशबू आती है हम तुझ से दूर ज़रूर हो लिए मगर तेरी याद हमें बहुत सताती…
किताबें करती है बातें-मधु कुमारी
किताबें करती है बातें करती है किताबें बातें अतीत की, वर्तमान की और सुंदर भविष्य की…… प्यार की, दुलार की और रहस्यमयी वरदान की तो क्या सुनोगे…
अनुभव-संगीता कुमारी सिंह
अनुभव जिंदगी दे जाती हमें नित नये अनुभव। कुछ तीखे, कुछ मीठे, कुछ कड़वे हैं ये अनुभव। कभी हैरान, कभी परेशान, कभी विस्मित कर जाते!! कभी गुदगुदाते, तो कभी रुलाते…
नशा मिटाएंगेे-मुकेश कुमार
नशा मिटाएंगे नशा एक बुरी आदत है, इससे होते सब आहत हैं, सबको इससे मुक्ति मिले, हम शिक्षकों की यही चाहत है। इसके लत को जो भी लगाया, खुद को…
अब तो खुल जाओ-विवेक कुमार
अब तो खुल जाओ आंखे मेरी पथरा गई तेरे इंतजार में अधीर हो गया हूं तेरी याद में कितने जतन करूं बात तो ये बतलाओ अब तो खुल जाओ अब…
तू विगत दिनों की बात मत कर-अजय कुमार
तू विगत दिनों की बात मत कर तू विगत दिनों की बात मत कर, और संक्रामक भविष्य की आयात मत कर। सोचो कितना सुंदर सा है वक़्त, तो इस वक़्त…
जय गंगा मैय्या-कुमकुम कुमारी ‘काव्याकृति’
जय गंगा मैय्या हर हर गंगे, नमामि गंगे। पतितपावनी, मोक्षदायिनी गंगे। भगीरथ के तपोबल से गंगा, वैकुण्ठ छोड़ धरा पर आई। महादेव के जटा में समाकर, निर्मल धार धरा पर…