अपना गांव तथा बचपन–शुकदेव पाठक

  अपना गांव तथा बचपन अपना गांव लगता बड़ा प्यारा गुजरा यहां है बचपन हमारा गांव के अपने चाचा–ताऊ खुश होते देख भाई–भाऊ। गांव का वातावरण होता ऐसा रहते साथ…

लक्ष्य-रूचिका

लक्ष्य लक्ष्य जीवन का सदा एक बनाइये, अपने लक्ष्य की पूर्ति में जुट जाइये। मेहनत कभी जाया नही जाता बच्चों, मेहनत को ही अपनी आदत बनाइये। रोज के अभ्यास से…

कोरोना-स्मृति कुमारी

कोरोना कोरोना ने कहर बरपाया है, चारो ओर अंधेरा छाया है। गॉंव मुहल्ला देश विदेश  इसने जाल बिछाया है।। कोरोना ने कहर बरपाया है  चारो तरफ अंधेरा छाया है। कैसी…

वीर जवान सरहद पर जाते-डॉ. स्नेहलता द्विवेदी ‘आर्या ‘

वीर जवान सरहद पर जाते तन मन जगमग हो जाता है, नमन कोटिशः सब मिल गाते। मातृभूमि पर मर मिटने को, वीर जवान सरहद पर जाते। बूढ़ी माँ के आँचल…

सोचो कैसे बच पाओगे-विजय सिंह नीलकण्ठ

सोचो कैसे बच पाओगे  हर ओर गंदगी फैली है  पर्यावरण हो गई मैली है  क्या करेगा पौधा बेचारा  गंदगी देख थककर हारा।  न जल की निकासी दिखे कहीं  घर के…

दोस्त-मुकेश कुमार

दोस्त मेरी है हमेशा यह आरजू, मेरा दोस्त हमेशा खुश रहे, कभी आये न संकट के बादल, किस्मत इतना बुलंद रहे, हमारी दोस्ती दुनियाँ में एक मिशाल बनी रहे, आपस…