विश्वकर्मा पूजा – राम किशोर पाठक

सौर वर्ष में करते गणना। भाद्र शुक्ल शिल्पी का गहना। सदा प्रतिपदा शुभता लाती। कन्या राशि संक्रांति आती।। नियत समय हर वर्षो से हीं। विश्वकर्मा पूजन सदा हीं।। सतरह तारीख…

विश्वकर्मा पूजा

विश्व रंगमंच  में नवल कृति  सेविश्वकर्मा  जी  महान  है ।उनकी  कृपा  दृष्टि   से हीदमकता यह सकल  जहान है । महिमा है उनकी सारी धरती पर ,वही जीवन के अरमान हैं…

हिन्दी का महत्व

  प्यारी हिंदी भारत की राष्ट्रभाषा, सबकी प्यारी है मेरी हिंदी भाषा। सारे जग में इसकी शान निराली, हिन्दी भाषा प्यारी मेरी मतवाली।। हिंदी भाषा भारत की है पहचान, जगत…

नारी एक कल्पना – बिंदु अग्रवाल

हाँ !मैं कल्पना हूँउस परमपिता परमेश्वर की,जिसने मुझे यह स्वरूप दिया,साथ ही दिया एक कोमल हृदय। सहनशक्ति दी धरती सी,और पवन सा वेग दिया।एक मूक वाणी देकर,इस कठोर जगत में…

कर्मठ संस्कारी बच्चे -जैनेंद्र प्रसाद

कर्मठ संस्कारी बच्चे बाल सृजन रूप घनाक्षरी छंद में कर्मठ संस्कारी बच्चे, कहलाते हैं वे अच्छे, सबसे अलग निज, बनाते हैं पहचान। सुबह सवेरे जाग- व्यायाम करते जो, पौष्टिक आहार…

जब से आया स्टेफ्री- नीतू रानी

जबसे आया स्टेफ्री,लडकियाँ हो गई बिल्कुल फ्री। न लेना पड़ता है उसे कोई कपड़ा,छूट गया कपड़ा लेने का लफड़ा। बदलती है दिन में दो स्टेफ्री,न रहती है वो अब डरी-…

शिक्षा सुलभ बनाना- राम किशोर पाठक 

विद्यालय कार्यभार लेकर, हैं खोये। कागज में जैसे उलझ गए, हैं रोये।। शिक्षा के नव अंकुर मन में, जो बोये। चक्रव्यूह में फंँसा हुआ सा, है सोये।। सुधार हमें व्यवस्था…