रघुवर सरकार – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’

जग के पालनहार रघुवर सरकार, हमारे आराध्य देव राम भगवान हैं। दीनों पे अकारण हीं करूणा हैं बरसाते, उनके सेवक भक्त वीर हनुमान हैं। लखन अनुज भ्राता जननी कौशल्या माता,…

मनहरण घनाक्षरी – एस.के.पूनम

कृष्णाय नमः विधा:-मनहरण घनाक्षरी वक्त का पहिया घूमा,बेमिसाल पाँच साल, मंच सुशोभित लेखन के कारीगरों से । कविता कहानियों की अनवरत प्रवाह, निरंतरता अनगिनत बाजीगरों से। शब्दों की लडियाँ सजी…

टीचर्स ऑफ बिहार – मीरा सिंह “मीरा

सबल समर्थ जीवंत बिहार के शिल्पकार हैं टीचर्स ऑफ बिहार मुश्किलों से हर कदम ठानते हैं रार विकट परिस्थितियों से मानते नहीं हार नवसृजन के गीत गाते कल के सृजनहार…

राम रमैया – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’

आज घर-घर में बाजे बधैया हो, अइलन राम रमैया। राजा लूटावैं अन्न-धन सोनमा, रानी लुटावैं रूपैया हो,अइलन राम रमैया।। देख मगन भेल सब नर-नारी, आरती उतारें मिल तीनों महतारी। मिल…

राजा राम – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’

सजी है अवधपुरी नवेली दुल्हन जैसी, सिंहासन बिराजेंगे, सबके दुलारे राम। संत-भक्त-साधकों का सपना साकार हुआ, बैठे थे वे सदियों से, विश्वास की डोर थाम। भारत के नर-नारी उन पर…

दोहावली – देव कांत मिश्र ‘दिव्य’

राम नाम रटते रहो, लेकर मन विश्वास। प्रभु तो दीनदयाल हैं, रखो दया की आस।। राम नाम सुखधाम है, राम नाम अभिराम। धर्म मार्ग चलते रहो, लेकर प्रभु का नाम।।…