रक्षा बंधन ये रक्षा बंधन, भाई के कलाई में, बहना का अदभूत प्यार है।…
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पृथ्वी-अनुज कुमार वर्मा
पृथ्वी सौरमंडल का एक ग्रह पृथ्वी जिसका नाम है। दुनिया कहते हम इसको, जीवन करती प्रदान है। पेड़ पौधों से घिरा यह, नदियाँ बहती निर्मल। जीव जन्तु रहते जीवित, पीकर…
फलों का राजा आम-अनुज कुमार वर्मा
फलों का राजा आम बात पते की कहता हूँ, नन्हें राजा, सुनलो आप। दादा – दादी भी कहते हैं, राजा फलों का है आम। गर्मी के मौसम में बच्चों, जब…
नटखट कान्हा-अनुज कुमार वर्मा
नटखट कान्हा मन चंचल साँवला तन, जिनको करता सब नमन। उनको गौ से है मीत, बाँसुरी वादन में है प्रीत। बात अनोखी रखते हैं, ज्ञान की बातें करते हैं।…
मोबाइल फोन-अनुज कुमार वर्मा
मोबाइल महिमा नन्हा सा हूँ बड़े काम का, गुणगान करते सब मेरे नाम का। भेजता सबको आपकी पैगाम, कोई नहीं है हमसे अंजान। शहर हो या हो गाँव, धूप हो…
परिवर्तन-अनुज कुमार वर्मा
परिवर्तन है जीवन तो परिवर्तन होगा, आज नहीं तो कल होगा। कभी तंग तो कभी सुखद होगा, थोड़ी खुशी तो थोड़ा गम होगा। मुसीबतों का न कोई मोल होगा,…
जाड़े का एहसास-अनुज कुमार वर्मा
जाड़े का एहसास जाड़ा आया, जाड़ा आया ठंडे की सौगात लाया l कहीं शितलहर तो कहीं, बर्फ की बौछार लाया l धूप सबको प्यारा लगता, आग से जुड़े रिश्ता नाता…
लक्ष्य-अनुज कुमार वर्मा
लक्ष्य सफल होना सोच लिया है, जीवन अपना समझ लिया है l अवसर को स्वीकार किया है, लक्ष्य अपना तय किया है l संघर्ष करना सीख लिया है, पदचिन्ह में…
नव वर्ष 2021-अनुज कुमार वर्मा
नव वर्ष 2021 नव वर्ष आ रहा है, उम्मीद के दिए जलाओ। खुशियाँ चारों ओर छा रहा, मिलकर सभी जश्न मनाओ। नूतन वर्ष के स्वागत में, मिलकर गीत खुशी के…
हमेशा अच्छा सोचें-अनुज कुमार वर्मा
हमेशा अच्छा सोचें सुन्दर अपनी सृष्टि है, सुन्दर सबकी दृष्टि है। सोच सुन्दर जब हो जाए, सुन्दर सबकुछ नजर आए। सुंदरता का कोई मोल नहीं, मीठी बोली सा कोई बोल…