दीपावली – एम के शशि

दीपों की जगमग से, आशियाना खिल गया। उसको भी जैसे , मुस्कुराने का सवब मिल गया। त्यौहार आया,जगमगाते हैं दीप हर घर में, खुशियों के द्वार खुले,रौनक हर घर में।…