महारथी कर्ण का वध कहते थे लोग जिसे सूत-पुत्र था वह कुन्ती का प्रथम सुपुत्र। पाण्डवों का था भ्राता ज्येष्ठ दानवीर और धनुर्धर श्रेष्ठ। अपने होठों में दबाकर यह राज़…
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यादों का वातायन-दिलीप कुमार चौधरी
यादों का वातायन जब आता है आम का मौसम याद आता है मुझे अपना गाँव। हरे-भरे, सुहाने खेत-खलिहान और पेड़ों की वो घनेरी छाँव। यादों के वातायन से आज झाँक…
सम्राट अशोक का मोह भंग-दिलीप कुमार चौधरी
सम्राट अशोक का मोह भंग अस्ताचल को गया था दिवाकर ; था विराजमान नभ में निशाकर । झिलमिला रहे थे सितारे ; दीपों की लगी थी कतारें । फहरा रही…
गांधारी का विलाप-दिलीप कुमार चौधरी
गांधारी का विलाप महाभारत का हुआ था अंत ; मचा था हाहाकार दिग्दिगंत । रण-भूमि में बिखरी थीं लाशें ; देखकर थम जाती थीं सांसे । कहीं पड़े थे…
महारथी कर्ण का वध-दिलीप कुमार चौधरी
महारथी कर्ण का वध कहते थे लोग जिसे सूत-पुत्र ; वह था कुन्ती का प्रथम सुपुत्र । पाण्डवों का था भ्राता ज्येष्ठ ; महा दानवीर और धनुर्धर श्रेष्ठ । होठों…