शराबी पति- नीतू रानी

विषय-शराब तर्ज-सजनवां बैरी हो गईल हमार। सजनवां शराबी हो ग‌ईल बीमार कतौ सेअ आबै हमरा ऊ मारै, दैय बीछ – बीछ केअ ओ गाएर बलमुवां शराबी हो ग‌ईल बीमार सजनवां…

कलयुग सा संसार- नीतू रानी

ये है कलयुग सा संसार जिसमें है दुखों का भंडार, यहाँ लड़ाई-झगड़े रोज हैं होते होते हैं मारकाट। ये है कलयुग———२। यहाँ लोग मोह- माया में लिपटे और पँच पाप…

पुस्तक मेला – नीतू रानी

रेणु उद्यान में पुस्तक मेला लगा है चलो हम सब करें पुस्तक दान, हर पंचायत में हो एक पुस्तकालय पढ़ेंगे वहाँ बच्चे बूढ़े जवान। राहुल कुमार डीएम साहब के द्वारा…

ऐ इंसान तुम इंसानियत क्यों भूलते हो -नीतू रानी

ऐ इंसान तुम इंसानियत क्यों भूलते हो कभी भी मेरी खोज नही करते तुम न हीं कभी कोई खैरियत पूछते हो। जब टूटा था दुःख का पहाड़ तुम पर तब…