राखी-गिरिधर कुमार

स्नेहसिक्त प्रेम अमोल यह बन्धन प्यारा बस अनमोल भीगी आंखें हैं बहना की भाई मूक विह्वल है यह पावन पुनीत पूजा है इस रिश्ते से धरती धवल है इस युग…