हंस किसका बड़ी सुहानी सुबह थी उस दिन, खिले हुए थे फूल वहां। शीतल मन्द पवन थी बहती, थे घूम रहे सिद्धार्थ जहां। तभी एक हंस रोता चीखता, गिरा सामने…
Teachers of Bihar- The Change Makers
हंस किसका बड़ी सुहानी सुबह थी उस दिन, खिले हुए थे फूल वहां। शीतल मन्द पवन थी बहती, थे घूम रहे सिद्धार्थ जहां। तभी एक हंस रोता चीखता, गिरा सामने…