लक्ष्य प्राप्ति हेतु मैंने न विश्राम किया-नूतन कुमारी

लक्ष्य प्राप्ति हेतु मैंने न विश्राम किया उम्मीद की लौ जला कर, जिंदगी को किया उजाला, हर व्यूह को भेद कर, संघर्ष का लिया निवाला, हरसंभव कोशिश को मैंने है…

हौसलों की उड़ान अभी बाकी है-नूतन कुमारी

हौसलों की उड़ान अभी बाकी है सारी बाधाएँ को पार कर, सफलता की परचम मैं लहराऊँ, जो नहीं हुआ सदियों तक, चाहत है कुछ ऐसा कर जाऊँ, मिलना वो मुकाम…