जय गणेश- द्रुत विलंबित छंद 

 

जय गणेश सभी कह दीजिए।

चरण नेह गजानन कीजिए।।

शिव उमा सबकी वर लीजिए।

भजन भक्ति सदा रस पीजिए।।

 

सहज विघ्न हरे हर काम में।

अतुल शक्ति धरे निज नाम में।।

प्रथम पूज्य बनें सुर धाम में।

जय प्रदान करें जन ग्राम में।।

 

सघन दोष विकार सदा हरे।

बदन सुंदर ध्यान किया करे।।

महज मोदक भोग दिया करे।

सरस सौम्य विचार सदा भरे।।

 

भुवन से नभ मानस सृष्टि दे।

अगम बोध विहंगम दृष्टि दे।।

सुवन शंकर सर्व समृद्धि दे।

शरण “पाठक” हर्ष प्रसिद्धि दे।।

 

 

रचयिता:- राम किशोर पाठक

प्रधान शिक्षक,
प्राथमिक विद्यालय कालीगंज, उत्तर टोला, बिहटा, पटना, बिहार।

संपर्क – 9835232978

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