आओ घर में देव गजानन
करके वाहन मूस सवारी।
तेरे दर्शन को आतुर है
इस दुनिया में सब नर नारी।।
माता पिता के आज्ञाकारी
प्रथम पूजन के अधिकारी।
भक्त जनों के हृदय विराजो
चरण तुम्हारा मंगलकारी।।
विघ्न विनाशक मंगलकर्ता
इस दुनिया का पालनकर्ता।
तेरी महिमा जग से न्यारी
कष्ट सभी के तू ही हरता।।
रिद्धि सिद्धि के तुम दाता
बल बुद्धि और विद्या प्रदाता।
एक दंत प्रभु दयावंत तुम
यह जग है तेरा गुण गाता।।
माथे सिन्दूर तुझे लगाते
पान फूल सुपारी चढ़ाते।
तरह तरह के मोदक लेकर
देवा हम सब तुझे रिझाते।।
तेरा एक इशारा पाकर
मूषक राजा फर्ज निभाते।
समस्याओं के जाल बिछा जब
कुतर-कुतर मूषक जी काटें।।
दिवस खास है कितना पावन
देवा का है आज आगमन।
गूँज रहा जग में जयकारा
घर घर में शुभ मंगल गायन।।
मीरा सिंह “मीरा”
+२, महारानी उषारानी बालिका उच्च विद्यालय डुमराँव, जिला-बक्सर, बिहार