नयी शिक्षा नीति

शिक्षा का अधिकार सभी को,
सहज सुलभ से मिल पाए।
अब खाना पूर्ति न हो केवल,
कौशल भी अपना विकसाए।।
उम्र सापेक्ष शिक्षण उत्तम,
सबके मन को हम हर्षाए।
यही संकल्प साथ लिए हम,
नयी नीति शिक्षा की लाए।।
बीस-बीस उनतीस जुलाई,
इसका प्रादुर्भाव हुआ है।
अब बजट बढ़ाकर शिक्षा को,
रोजगारोन्मुख बनाया है।।
तीन साल से वर्ष अठारह,
चार चरण में इसको लाया।
छात्र संग शिक्षक का जिसने,
गुणवत्ता की बात बताया।।
प्रारंभिक सीख मातृभाषा,
नवाचार कहता अपनाओ।
नये पंख शिक्षा की लेकर,
उड़ने की हर कला सिखाओ।।
कस्तूरीरंगन का कहना,
भारत को है विकसित बनना।
सताईस अध्यायों को यह,
चार भाग में वर्णन करना।।
पाँच वर्ष है बुनियादी के,
तीन तैयार है करवाता।
तीन साल फिर मध्यम रहकर,
चार वर्ष उड़ान भरवाता।।
व्यवसायिक शिक्षा का पोषण,
समावेशी अधिक हो जाए।
बोझिल कभी न लगे पढ़ाई,
रुचिकर सबको यह लग पाए।।
शिक्षक प्रशिक्षण अंग इसका,
तकनीक का प्रयोग सुलभ हो।
सपनों को साकार सहज हम,
करने का हर मार्ग सुलभ हो।।

राम किशोर पाठक
प्रधान शिक्षक
प्राथमिक विद्यालय कालीगंज उत्तर टोला, पटना

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