तुम हाथ साफ रखना, यह कहतीं रहीं अम्मा, स्नान- ध्यान करना, कहतीं रहीं अम्मा। अब आ गया जमाना हम भूल गए थे, वो सब बड़ी शिद्दत से, कहतीं रहीं…
Category: sandeshparak
Sandeshparak poems are poems that are used to convey a message with feelings. Through poems, statements related to the country, the world, and society are transmitted to the people. Teachers of Bihar give an important message through the Sandeshparak of Padyapankaj.
जीवन के रास्ते – रूचिका
अँधेरी रात के बाद आती उम्मीदों भरी सुबह, हर हाल में जीवन के तू सदा मुस्कुराता रह, वक़्त का पहिया अनवरत घूमता रहता है, किंतु-परंतु छोड़ अपनी बातों को…
कर्म-पथ- सुरेश कुमार गौरव
जिस पथ में चला सदा सत्य है यह कर्म-पथ उतार तो कहीं चढ़ाव का है ये जीवन सु-पथ। जीवन के हर मोड़ पर जिनको भी देखा सदा वो पूरा भी…
परिश्रम – देव कांत मिश्र ‘दिव्य’
अगर चाह हो कुछ करने की, करें नित्य श्रम का सम्मान। श्रम के आगे झुकते सारे, पूरे होते लक्ष्य महान।। एकलव्य के श्रम को देखें, वीर धनुर्धर हुआ महान। मल्लाहों…
प्यारे थे गाँधी- एम. एस. हुसैन ‘कैमूरी’
सत्य अहिंसा के पुजारी थे गाँधी सादगी में जीवन गुजारे थे गाँधी। एक सूत्र में बांँध भारतवासी को, स्वतंत्रता का संग्राम छेड़े थे गाँधी। गुजरात राज्य के पोरबंदर नामक गाँव…
देश के सच्चे सपूत- अमरनाथ त्रिवेदी
देश में एक ऐसे लाल हुए, जो देश के कर्णधार बने। अपनी निष्ठा अपनी बुद्धि से, वे यशस्वी सूत्रधार बने ।। ऐसे सपूत लाल बहादुर का, जीवन दुखों में बीता …
गाँधीगिरी अपनाएँ- विवेक कुमार
अहिंसा की हो बात, स्वतंत्रता की मिले सौगात, सादगी जिसकी पहचान, सत्य जिसका कमान, बापू तुम हो महान। सत्याग्रह जिसकी शक्ति, गाँधी थे वो व्यक्ति, निडरता जिससे मिला न्याय, ब्रह्मचर्य…
गाँधी- शास्त्री जयंती- रामकिशोर पाठक
हम भूल गये है शास्त्री को, सिर्फ गाँधी याद हमें आयें। दोनों का यह जन्मदिवस, आओ श्रद्धा सुमन चढ़ायें।। देश हित में दोनों का हीं, अतुलनीय रहा योगदान। है…
सत्य के राही महात्मा गाँधी- अमरनाथ त्रिवेदी
भारत के महाकाश में , एक नक्षत्र-सा बिंबित हुआ। सत्य अहिंसा का धीरव्रती वह, भूमंडल पर प्रतिबिंबित हुआ।। बचपन से ही सत्य, न्याय का, भाव सदा अर्पित करता। बाल्यकाल से…
खेल- रामकिशोर पाठक
खेल-खेल कर बड़े हुए हम घुटनों से अब खड़े हुए हम। है इससे कुछ ऐसा नाता, बच्चे बूढ़े सभी को भाता। बचपन का यह मित्र महान, कह गए हैं…